300 से 400 बार देखी Bachchan साहब की ये फिल्म, छोटी उम्र मे लगा था फिल्मो का चस्का
मशहरू फैसल मलिक को फिल्मो से इतना प्यार है कि वो इसका हिस्सा बने रहने के लिए काफी एक्टिव रहते हैं. इन दिनों वो सीरीज स्वाइप क्राइम को लेकर चर्चा में हैं.;
बॉलिवुड मे किस्मत को अजमाना आज के समय में कोई आसान बात नहीं है. इसका जीता जागता सबूत है ऐक्टर-प्रड्यूसर फैसल मलिक. जी हां, कभी ऐक्टर बनने का सपना लिए प्रयागराज से मबुई आने वाले फैसल मलिक ने अपने एक्टिंग करियर में काफी संघर्ष किया. फेमस होने से पहले उन्होंने कई टीवी सीरियल और छोटे रोल अदा किए थे. लेकिन वेब सीरीज पंचायत के प्रह्लाद किरदार ने उनकी किस्मत ही बदल डाली. इस सीरीज से उन्हे इतना प्यार मिला कि अब उनकी ऐक्टिग की दूसरी पारी धुआधार चल रही है. वो जल्द ही वेब सीरीज स्वाइप क्राइम मे दिखाई देने वाले हैं. इस सीरीज में उन्होंने एक अलग किरदार निभाया है.
8-9 साल की उम्र मे लगा फिल्मो का चस्का
एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि मुझे फिल्मे दखेने का शौक बचपन से था और मैं फिल्मों को देखने के लिए इतना पागल था कि मैं एक फिल्म 100- 100 बार दखता था. मुझे अच्छे से याद है कि अमिताभ बच्चन की फिल्म मुकद्दर का सिकदर रिलीज हुई थी. इस फिल्म को मैंने 300 से 400 बार देखी. उस समय वीसीआर आया करते थे तो हमारे बड़े पापा वीसीआर लाए थे तो उसमे मकुद्दर का सिकदर और डॉन की कैसेट थी. उस कैसेट को मैंने देख-देखकर पूरी घिस डाली थी. उस समय मेरे घर में टीवी नहीं था तो मैं दूसरों के घर मे जाकर देखता था. काफी लोग भगा देते थे तो कोने में खड़ा होकर देखता था.
उन्होंने आगे बताया जब मैं बड़ा हुआ तो मैंने एक्टिंग में ही करियर बनाने की सोची और थिएटर जाकर फिल्मे देखना शुरु किया. उस वक्त शाहरुख खान की एक फिल्म रिलीज हुई थी दिल वाले दुल्हनि या ले जाएगे. उस फिल्म को मैंने 7 दिन लगातार देखी थी. आज भी मैं जितना बिजी हो, मैं सोने से पहले टीवी जरुर देखता हूं.