विजय दिवस से पहले सेना ने दिखाया ऑपरेशन सिंदूर में पकड़ा गया टर्किश ड्रोन
विजय दिवस से पहले सेना का बड़ा खुलासा, लाहौर से उड़ान भरकर जालंधर को निशाना बनाने आया था Yiha ड्रोन। पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान ऐसे कई ड्रोनों से विफल हमले किये थे.
By : The Federal
Update: 2025-12-15 15:58 GMT
Vijay Diwas 'Operation Sindoor' : भारतीय सेना ने पाकिस्तान के साथ चार दिन चले सैन्य टकराव के आखिरी दिन, 10 मई को मार गिराए गए तुर्की निर्मित Yiha कामिकाज़े ड्रोन को सोमवार को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया। यह ड्रोन सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी की मौजूदगी में आयोजित कार्यक्रम में दिखाया गया, जो 1971 के युद्ध में भारत की जीत की याद में मनाए जाने वाले 54वें विजय दिवस से ठीक पहले हुआ।
लाहौर से उड़ान, जालंधर था निशाना
सेना के अधिकारियों के मुताबिक, यह ड्रोन लाहौर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लॉन्च किया गया था। इसकी उड़ान ऊंचाई करीब 2,000 मीटर थी और इसका संभावित लक्ष्य जालंधर बताया गया है। ड्रोन में करीब 10 किलो विस्फोटक लदा हुआ था और इसे टकराते ही धमाका करने के लिए डिजाइन किया गया था।
VIDEO | On the eve of Vijay Diwas, the Indian Army displayed a reconstructed Turkish kamikaze drone Yiiha shot down during Operation Sindoor on May 10.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 15, 2025
Launched from Lahore International Airport, the drone was flying at 2,000 m toward its intended target Jalandhar. It carried a… pic.twitter.com/ZBXxwup3Y9
एयर डिफेंस ने समय रहते किया ढेर
भारतीय सेना की एयर डिफेंस यूनिट (AAD) ने इस ड्रोन को समय रहते पहचान कर मार गिराया। यह ड्रोन रिमोट से ऑपरेट किया जा रहा था और इसका इस्तेमाल सीधे हमले के लिए किया जाना था।
क्या है Yiha कामिकाज़े ड्रोन?
Yiha एक कामीकाज़े श्रेणी का UCAV (Unmanned Combat Aerial Vehicle) है, जिसे आम भाषा में “सुसाइड ड्रोन” भी कहा जाता है।
इसके पंखों का फैलाव करीब 2 मीटर है
इसमें 170 cc का टू-स्ट्रोक इंजन लगा होता है
यह ड्रोन लक्ष्य क्षेत्र में मंडराता है और सही मौके पर खुद को विस्फोट से उड़ा देता है
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा तनाव
22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसके तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए गए। इसके बाद चार दिन तक दोनों देशों के बीच भारी सैन्य झड़पें हुईं, जो बाद में पाकिस्तान की ओर से युद्धविराम अनुरोध के बाद रुकीं।
पाकिस्तान ने दागे कई ड्रोन, भारत ने सभी गिराए
इन झड़पों के दौरान पाकिस्तान ने बड़ी संख्या में Yiha जैसे सिंगल-यूज अटैक ड्रोन भारतीय सैन्य और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल किए। हालांकि, भारतीय सेना की सतर्कता और मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम के चलते लगभग सभी पाकिस्तानी ड्रोन मार गिराए गए।
सेना का संदेश साफ
विजय दिवस से पहले इस ड्रोन का प्रदर्शन सिर्फ एक तकनीकी जानकारी नहीं, बल्कि एक स्पष्ट संदेश भी है कि भारत अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है और हर साजिश का जवाब देने में सक्षम है।