सच ये है कि अंबेडकर का अपमान कांग्रेस ने किया, पीएम मोदी का पलटवार

Ambedkar Insult Issue: कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह पर बाबा साहेब अंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया है। लेकिन पीएम मोदी ने अपने अंदाज में पलटवार किया।;

By :  Lalit Rai
Update: 2024-12-18 08:30 GMT

Narendra Modi Tweet on Ambedkar:  बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के मुद्दे पर सियासत, आरोप प्रत्यारोप की बात नई नहीं है। राजनीतिक दल खासतौर से कांग्रेस (Congress) और बीजेपी दोनों एक दूसरे पर निशाना साधते रहते हैं। कांग्रेस का कहना है कि अंबेडकर ( Dr Bhimrao Ambedkar) का मुद्दा बीजेपी के लिए सिर्फ दिखावटी है। वहीं बीजेपी के नेता कहते हैं कि कांग्रेस के दिल में इतना सम्मान रहा होता तो भारत रत्न क्यों नहीं दिया। ये तो बीजेपी है जिसने बाबा साहब को वो सम्मान दिया जिसके वो हकदार थे। लेकिन इस समय हंगामे की वजह क्या है।

राज्यसभा में संविधान (Constitution Debate) के 75 साल पूरे होने पर गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) चर्चा का जवाब दे रहे थे। उस चर्चा में अंबेडकर को लेकर कांग्रेस की सोच क्या थी और क्या है उसे लेकर वो अपनी बात रख रहे थे। हालांकि कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने अपमान किया। कांग्रेस के सदस्यों ने संसद परिसर में तख्तियों के जरिए विरोध किया तो पीएम मोदी (Narendra Modi) खुद अमित शाह के बचाव में उतरे और सिलसिलेवार ट्वीट कर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया। 

पीएम मोदी का पलटवार
अगर कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ तंत्र यह सोचता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ उनके कई वर्षों के कुकर्मों, खासकर डॉ. अंबेडकर के प्रति उनके अपमान को छिपा सकते हैं, तो वे बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं!भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक वंश के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल चली है।

हमारी सरकार ने पंचतीर्थ, डॉ. अंबेडकर से जुड़े पांच प्रतिष्ठित स्थानों (Dr Ambedkar Panch Teerth) को विकसित करने के लिए काम किया है।कई दशकों से चैत्य भूमि के लिए भूमि का मुद्दा लंबित था। हमारी सरकार ने न केवल इस मुद्दे को सुलझाया, बल्कि मैं वहां प्रार्थना करने भी गया हूं।हमने दिल्ली में 26, अलीपुर रोड को भी विकसित किया है, जहां डॉ. अंबेडकर ने अपने अंतिम वर्ष बिताए थे।लंदन में जिस घर में वे रहते थे, उसे भी सरकार ने अधिग्रहित कर लिया है।जब डॉ. अंबेडकर की बात आती है, तो हमारा सम्मान और श्रद्धा सर्वोच्च है।

हम जो कुछ भी हैं, वह डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की वजह से ही है!हमारी सरकार ने पिछले एक दशक में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के सपने को पूरा करने के लिए अथक प्रयास किया है। किसी भी क्षेत्र को लें - चाहे वह 25 करोड़ लोगों को गरीबी से निकालना हो, एससी/एसटी एक्ट (SC ST Act) को मजबूत करना हो, हमारी सरकार के प्रमुख कार्यक्रम जैसे स्वच्छ भारत, पीएम आवास योजना, जल जीवन मिशन, उज्ज्वला योजना और बहुत कुछ, इनमें से प्रत्येक ने गरीबों और हाशिए पर पड़े लोगों के जीवन को छुआ है।

डॉ. अंबेडकर के प्रति कांग्रेस के पापों की सूची में ये शामिल हैं:

  • उन्हें एक बार नहीं बल्कि दो बार चुनाव में हराना।
  • पंडित नेहरू द्वारा उनके खिलाफ प्रचार करना और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाना।
  • उन्हें भारत रत्न देने से इनकार करना।
  • संसद के सेंट्रल हॉल में उनके चित्र को सम्मान का स्थान न देना।

अमित शाह ने क्या कहा था

अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि बीआर अंबेडकर का नाम लेना अब एक फैशन बन गया है। उन्होंने कहा अभी एक फैशन हो गया है - अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। गृह मंत्री ने कहा था कि उनका नाम 100 बार और लीजिए, लेकिन मैं यह बताना चाहता हूं कि उनके बारे में आपकी क्या भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व वाली सरकार से असहमति के बाद बीआर अंबेडकर (BR Ambedkar) को पहले मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था। उन्होंने कहा, "अंबेडकर जी ने कई बार कहा है कि वे अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के साथ किए जा रहे व्यवहार से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बीआर अंबेडकर भी सरकार के नीतिगत दृष्टिकोण और अनुच्छेद 370 पर उसके रुख से नाखुश थे। "वह (मंत्रिमंडल) छोड़ना चाहते थे, उन्हें आश्वासन दिया गया था और जब आश्वासन पूरा नहीं हुआ तो उन्होंने इस्तीफा दे दिया।

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