वीजा कैंसिल, पाकिस्तानियों को वापस भेजें, अमित शाह की सभी CM से अपील
गृहमंत्री अमित शाह ने सभी सीएम से अपील करते हुए कहा कि भारत में रह रहे पाक नागरिकों का वीजा कैंसिल हो चुका है। उन्हें खोज खोज कर वापस भेजें;
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई और 17 घायल हुए, के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इस कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान से जुड़े सभी वीजा रद्द करने का आदेश जारी किया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने इस निर्णय को लागू करने के लिए देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि राज्य सरकारें अपने-अपने राज्यों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ने को कहें। इस निर्णय से पहले अमित शाह ने शीर्ष अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की थी, जिसके बाद यह कार्रवाई तय की गई।
सिंधु जल संधि निलंबित, बॉर्डर बंद
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने राजनयिक और रणनीतिक स्तर पर ताबड़तोड़ फैसले लिए हैं। सबसे पहले, भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 में हुई सिंधु जल संधि को निलंबित करने का निर्णय लिया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक में यह बड़ा फैसला लिया गया। सरकार ने इस आशय का औपचारिक पत्र पाकिस्तान को भेजा है।
गौरतलब है कि सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियाँ पाकिस्तान की जीवन रेखा मानी जाती हैं। देश की 21 करोड़ से अधिक आबादी इन नदियों पर अपनी जल आपूर्ति के लिए निर्भर है।
अटारी बॉर्डर बंद
भारत सरकार ने अटारी-वाघा बॉर्डर को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का ऐलान किया है। भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को एक मई तक देश छोड़ने का समय दिया गया है।
इसके अलावा, नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात रक्षा सलाहकारों (डिफेंस एडवाइजर्स) को एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया है।साथ ही, भारत और पाकिस्तान के हाई कमिशनों में तैनात कर्मचारियों की संख्या घटाकर 30 कर दी गई है, जो पहले 50 थी। यह कदम राजनयिक संबंधों में कटौती का प्रतीक माना जा रहा है।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए इस बर्बर आतंकी हमले ने न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश को गहरे शोक और आक्रोश में डुबो दिया। बैसरन घाटी में पर्यटकों को निशाना बनाकर तलाशे गए हमलों में तीन अलग-अलग स्थानों पर फायरिंग की गई।इस क्रूरता के जवाब में भारत सरकार ने अब साफ संकेत दे दिया है आतंक के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी और पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी।