चाहे चुनावी नतीजे या आरक्षण या संविधान, बेबाक अंदाज में अमित शाह का जवाब

Amit Shah: आम चुनाव 2024 के नतीजों के बाद पहली बार गृह मंत्री अमित शाह मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने आम चुनाव नतीजे से लेकर कई मुद्दों पर बेबाकी से राय रखी।;

By :  Lalit Rai
Update: 2024-12-15 05:10 GMT

Amit Shah News: जून 2024 का महीना था जब आम चुनाव के नतीजे घोषित किए गए थे। नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सरकार तीसरी दफा सत्ता में वापसी कर चुकी थी। लेकिन इस दफा बैसाखी की जरूरत पड़ गई। मौजूदा मोदी सरकार जेडीयू और टीडीपी की मदद से चल रही है। आम चुनाव 2024 के नतीजों में बीजेपी सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी। लेकिन जादुई आंकड़े से पीछे रह गई और उसके लिए यूपी-महाराष्ट्र के नतीजों को जिम्मेदार बताया जाता है। आंकड़े भी इस बात की तस्दीक करते हैं कि इन दोनों राज्यों में खराब प्रदर्शन का असर यह हुआ कि बीजेपी (BJP) अपने दम पर 272 सांसदों की व्यवस्था नहीं कर सकी।

ऐसे में बीजेपी के दो बड़े नेता पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) विपक्ष के निशाने पर आ गए। विपक्षी नेता कहते रहे है कि बीजेपी का प्रदर्शन इन दोनों नेताओं की हार है। लेकिन 6 महीने के बाद हरियाणा- महाराष्ट्र और यूपी उपचुनाव में जीत के बाद तस्वीर बदली है। देश के हर एक मोर्चे पर हर एक मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में बेबाकी से राय रखी।

हर सवाल पर बेबाक राय

लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस सवाल का जवाब दिया कि क्या 2019 की '303 सरकार' और मौजूदा 240 सरकार में कोई अंतर है। शाह ने कहा, कोई अंतर नहीं है। उस समय भी हमने कहा था कि हम  एक राष्ट्र, एक चुनाव लाएंगे और अब भी यही कह रहे हैं। उस समय भी हमने वक्फ बिल में संशोधन करने की कसम खाई थी और अब भी हम यही कहते हैं।"

अमित शाह ने कहा कि 240 सीटों वाली मौजूदा मोदी सरकार और 303 सीटों वाली पिछली सरकार में कोई अंतर नहीं है, क्योंकि यह अपने वादों के प्रति प्रतिबद्ध है। इनमें एक राष्ट्र, एक चुनाव को लागू करना, असंवैधानिक वक्फ अधिनियम (Waqf Amendment Bill 2024) में संशोधन करना, राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ाना और भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का प्रयास करना शामिल है। उस समय भी हमने कहा था कि भारत 2027 तक अर्थव्यवस्था के मामले में तीसरे स्थान पर होगा और हम उस रुख पर कायम हैं। गृह मंत्री (Amit Shah) ने आगे कहा, "जीतना या हारना हमारे लिए मायने नहीं रखता। हम राजनीति में एक मिशन पर हैं और हमारे लिए भारत माता से बढ़कर कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है।

एनडीए के नारे  अबकी बार 400 पार से लोकसभा चुनाव में उसकी संभावनाओं पर असर पड़ने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में अमित शाह ने जोर देकर कहा कि ऊंचे लक्ष्य रखना पूरी तरह से स्वीकार्य है। एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक (One Nation One Election) को केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी मिल गई है और इसे सोमवार, 16 दिसंबर को संसद में पेश किया जाना है। अमित शाह ने विधेयक के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि यह देश के संघीय ढांचे को कमजोर नहीं करेगा, उन्होंने विपक्षी नेताओं के दावों का खंडन किया।

मुस्लिम आरक्षण (Muslim Resrvation) के मुद्दे पर अमित शाह ने कहा कि जब तक बीजेपी का एक भी सांसद है इसे सदन से पारित नहीं होने देंगे। जो लोग संविधान की रक्षा की बात करते हैं उनका एजेंडा सबको पता है। इसके साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम पर कहा कि एकनाथ शिंदे ( Eknath Shinde) जी को अपसेट होना ही नहीं चाहिए। चुनाव से पहले ही सीएम के मुद्दे सब कुछ साफ था कि चर्चा नतीजों के बाद होगी। 

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