केजरीवाल का सीएम पद से इस्तीफे की पेशकश, बीजेपी ने बताया 'पीआर स्टंट'
भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पद से इस्तीफा देने की घोषणा को 'पीआर स्टंट' करार दिया.
BJP Reaction on Kejriwal Resignation: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पद से इस्तीफा देने की घोषणा को 'पीआर स्टंट' करार दिया. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने दावा किया कि केजरीवाल समझ गए हैं कि दिल्ली के लोगों के बीच उनकी छवि एक ईमानदार नेता की नहीं है. यह अरविंद केजरीवाल का पीआर स्टंट है.
उन्होंने कहा कि उन्हें समझ आ गया है कि दिल्ली के लोगों के बीच उनकी छवि एक ईमानदार नेता की नहीं, बल्कि एक भ्रष्ट नेता की है. आज आम आदमी पार्टी (आप) पूरे देश में एक भ्रष्ट पार्टी के रूप में जानी जाती है. अपने पीआर स्टंट के तहत वह अपनी छवि को फिर से स्थापित करना चाहते हैं. यह स्पष्ट है कि वह सोनिया गांधी मॉडल को लागू करना चाहते हैं, जहां उन्होंने मनमोहन सिंह को एक डमी प्रधानमंत्री बनाया और पर्दे के पीछे से सरकार चलाई. आज उन्हें समझ आ गया है कि आम आदमी पार्टी दिल्ली चुनाव हार रही है और दिल्ली की जनता उनके नाम पर वोट नहीं दे सकती. इसलिए वे किसी और को बलि का बकरा बनाना चाहते हैं.
वहीं, भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत की शर्तों के कारण केजरीवाल के पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि वे दो दिन बाद इस्तीफा दे देंगे और जनता का फैसला आने पर फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे. यह कोई बलिदान नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कहा है कि वे सीएम की कुर्सी के पास नहीं जा सकते और किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते. इसलिए, आपके पास कोई विकल्प नहीं है. आप सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण इस्तीफा देने के लिए मजबूर हैं. जनता ने 3 महीने पहले अपना फैसला सुनाया था, जब आपने 'जेल या जमानत' पूछा था. आप सभी 7 (दिल्ली की लोकसभा सीटें) हार गए और आपको जेल भेज दिया गया.
उन्होंने यह भी दावा किया कि केजरीवाल ने अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाने के लिए अपनी पार्टी के विधायकों को मनाने के लिए दो दिन का समय मांगा है. क्योंकि वे सभी विधायकों को मना रहे हैं अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए. उन्हें अपनी कुर्सी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. क्योंकि वे शराब घोटाले में शामिल हैं.
अरविंद केजरीवाल देंगे इस्तीफा
बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने रविवार को अगले दो दिनों में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है. तिहाड़ जेल से रिहा होने के कुछ दिनों बाद एक सभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने दिल्ली में जल्द चुनाव कराने की मांग की और कहा कि जब तक लोग उन्हें "ईमानदारी का प्रमाण पत्र" नहीं दे देते, तब तक वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे.