ED की ऐतिहासिक कार्रवाई: वित्तीय धोखाधड़ी के पीड़ितों को लौटाए जाएंगे ₹15,000 करोड़

पीड़ितों में वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने पोंजी योजनाओं में निवेश किया था और वे बैंक भी शामिल हैं, जिन्होंने विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भगोड़े आर्थिक अपराधियों को लोन दिया था.;

Update: 2025-03-28 16:52 GMT
ED की ऐतिहासिक कार्रवाई: वित्तीय धोखाधड़ी के पीड़ितों को लौटाए जाएंगे ₹15,000 करोड़
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प्रवर्तन निदेशालय (ED) 2025-26 में वित्तीय धोखाधड़ी के शिकार लोगों को 15,000 करोड़ रुपये की संपत्तियां वापस करने की तैयारी कर रहा है. अब तक, ED ने 30,102 करोड़ रुपये की संपत्तियां पीड़ितों को लौटा दी हैं. इन पीड़ितों में वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने पोंजी योजनाओं में पैसा निवेश किया था. इसके साथ ही वह बैंक भी हैं, जिन्होंने भगोड़े आर्थिक अपराधियों जैसे विजय माल्या और नीरव मोदी को लोन दिए थे.

ज़ब्त संपत्तियां

ED ने धोखाधड़ी करने वाली कंपनियों के प्रमोटरों और निदेशकों से ज़ब्त की गई संपत्तियां, जैसे प्रमुख संपत्तियां और गहने, पीड़ितों को लौटाई हैं. इनमें कई संपत्तियां वे हैं, जिन्हें विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भगोड़े आर्थिक अपराधियों से जब्त किया गया था.

हाल ही में, 24 मार्च को ED ने एक बैंक धोखाधड़ी मामले में कार्रवाई की, जिसमें GS ऑयल्स लिमिटेड और अन्य कंपनियों ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से जाली दस्तावेजों के आधार पर क्रेडिट सुविधाएं प्राप्त की थीं. ED की जांच में पता चला कि यह लोन वापस GS ऑयल्स के कैश क्रेडिट अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया गया था और उसे नकद के रूप में निकाल लिया गया. इस धोखाधड़ी के कारण SBI को ₹97.55 करोड़ का नुकसान हुआ. ED ने इस मामले में GS ऑयल्स और उसके निदेशकों की संपत्तियां ज़ब्त कीं और विशेष अदालत ने SBI को ₹62.30 करोड़ की संपत्तियां लौटाने का आदेश दिया।ॉ.

पोंजी स्कैम में भी राहत

रोज वैली पोंजी स्कैम के मामले में कोलकाता हाई कोर्ट द्वारा गठित एसेट डिस्पोजल कमेटी (ADC) को धोखाधड़ी के शिकार 31 लाख लोगों से आवेदन मिले हैं. इस मामले में ₹450 करोड़ की संपत्तियां ADC को लौटी हैं. अब तक ED ने 2019 और 2021 में ₹15,201 करोड़ की संपत्तियां लौटा दी थीं, जिनमें मुख्य रूप से विजय माल्या और नीरव मोदी के मामलों से संबंधित संपत्तियां शामिल हैं.

बड़ी कार्रवाई

विजय मल्ल्या: ED ने आरोप लगाया है कि बैंकों के कंसोर्टियम ने किंगफिशर एयरलाइंस को ₹6,777 करोड़ का लोन दिया. जबकि एयरलाइंस की वित्तीय स्थिति कमजोर थी. ED की जांच में यह पाया गया कि यह लोन बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर जारी किया गया था. इसके परिणामस्वरूप 2020-21 में बैंकों को ₹14,131 करोड़ की संपत्तियां वापस मिलीं.

नीरव मोदी: नीरव मोदी के मामले में, ED ने पंजाब नेशनल बैंक को ₹1,052 करोड़ की संपत्तियां लौटीं, जो उन्होंने भगोड़े हीरे व्यापारी से उधार दी थीं. अब तक ED ने इन दोनों मामलों में ₹15,201 करोड़ की संपत्तियां वापस की हैं.

बड़ी पहल

ED ने घोषणा की है कि अब उनका ध्यान व्यक्तिगत पीड़ितों को राहत देने पर केंद्रित है. 33 मामलों में से 19 मामलों में संपत्तियों की पुनर्स्थापना की जा चुकी है, जिनमें प्रमुख हैं:-

- Musaddilal Jewellers: ₹160 करोड़

- Palpap Ichinichi Software International Ltd: ₹1.41 करोड़

- Pen Cooperative Urban Bank: ₹289.54 करोड़

- Pixion Media: ₹100 करोड़

- Sheetal Refineries: ₹53.12 करोड़

- Rose Valley Ponzi Scam: ₹450 करोड़

वित्तीय वर्ष 2024-25

वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान ED ने ₹14,901.13 करोड़ की संपत्तियां वापस कीं. यह कार्य ED के लगातार प्रयासों का हिस्सा है, जिसके तहत आर्थिक धोखाधड़ी के शिकार लोगों को न्याय दिलाने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है.

इस पहल से यह साफ हो गया है कि ED धोखाधड़ी के मामलों में सख्त कार्रवाई कर रहा है और पीड़ितों को उनकी गुमशुदा संपत्तियां लौटाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है.

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