राहुल के 'मेक इन इंडिया' बयान पर सीतारमण का पलटवार, PM मोदी ने 5वें नंबर पर पहुंचाई देश की इकोनॉमी
Nirmala Sitharaman ने राहुल गांधी की भारत की उत्पादन प्रणाली और सीमाओं पर चीनी आक्रामकता के बारे में संसद में की गई टिप्पणी की आलोचना की.;
Nirmala Sitharaman criticized Rahul Gandhi remarks: संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस में भाग लेते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को भारतीय अर्थव्यवस्था, सीमाओं पर चीनी आक्रामकता और देश में बेरोजगारी के मुद्दे पर बात की. अब उनके बयान पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने प्रतिक्रिया दी है. एक इंटरव्यू में निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल में इकोनॉमी नीचे से 5वें नंबर पर थी. वहीं, पीएम मोदी ने इकोनॉमी को ऊपर से 5वें स्थान पर पहुंचा दिया है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत की उत्पादन प्रणाली और सीमाओं पर चीनी आक्रामकता के बारे में संसद में की गई टिप्पणी की आलोचना की. उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के चीन के साथ साल 2008 के ज्ञापन पर सवाल उठाए और पार्टी से इसका खुलासा करने की अपील की. सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि अपने शासन के दौरान, आप चीन गए और एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. आप उस समझौते में क्या है, इसका खुलासा क्यों नहीं करते? आप इस बारे में बात क्यों नहीं करते कि कांग्रेस के शासन के दौरान चीन ने कश्मीर और लद्दाख से कितनी जमीन ली? उन्होंने स्मार्टफोन निर्माण क्षेत्र में किए गए विकास पर प्रकाश डालते हुए भारत के मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री का भी बचाव किया.
उन्होंने कहा कि वो मान रहे हैं कि उनके वक्त पर युवाओं को रोजगार नहीं मिला, मैं कहती हूं उनके वक्त पर कुछ नहीं हुआ. उस वक्त देश के बैंकों को भारी नुकसान हुआ था.इकोनॉमी को इतनी बुरी हालत में छोड़कर जाने वाले नेता इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि जॉब नहीं दे पाए.
सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि आपने (कांग्रेस) अपने शासन के 10 वर्षों में क्या किया? क्या आपने एक भी इकाई बनाई? हमने कांग्रेस के एक दशक के शासन के बाद उसके द्वारा छोड़ी गई गंदगी को साफ करने में चार से पांच साल लगा दिए. वित्त मंत्री ने भारतीय अर्थव्यवस्था से जुड़े मामलों पर बोलने के लिए गांधी (Rahul Gandhi) के अधिकार पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि उनकी आर्थिक मुद्दों पर बात करने की हैसियत नहीं है. राहुल अर्थव्यवस्था के बारे में बात करने के लिए पर्याप्त योग्य नहीं हैं.
राहुल गांधी का संसद में बयान
सदन में पीएम मोदी की मौजूदगी में राहुल (Rahul Gandhi) ने कहा कि 'मेक इन इंडिया' एक अच्छा विचार था. लेकिन अब यह स्पष्ट है कि यह "काफी हद तक विफल" हो गया है. उन्होंने कहा कि साल 2014 में मैन्युफैक्चरिंग जीडीपी के 15.3 प्रतिशत से गिरकर आज जीडीपी के 12.6 प्रतिशत पर आ गया है. यानी 60 वर्षों में का सबसे कम हिस्सा है. गांधी ने कहा कि क्रांति के मामले में चीन भारत से 10 साल आगे है. आज, चीनी (हमारी भूमि पर) हैं. लेकिन प्रधानमंत्री ने इससे इनकार किया है, सेना प्रधानमंत्री से असहमत है.