कोविड मौतों की सच्चाई उजागर, 2021 में आधिकारिक आंकड़ों से 20 लाख ज्यादा मौतें
भारत में कोविड से मरने वालों की वास्तविक संख्या आधिकारिक तौर पर बताई गई 4.8 लाख नहीं थी, बल्कि संभवतः 50 लाख के करीब थी.;
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य संघर्ष "ऑपरेशन सिंदूर" के शोर में एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट चुपचाप सामने आई, जिसे सरकार ने ज्यादा प्रचार के बिना जारी किया। यह रिपोर्ट 'Vital Statistics of India 2021' है, जो सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (CRS) पर आधारित है। रिपोर्ट में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि भारत में 2021 में कोविड महामारी के दौरान दर्ज की गई मौतों की तुलना में करीब 20 लाख अधिक मौतें वास्तव में हुई थीं. जो कि आधिकारिक आंकड़ों से बहुत ज्यादा है.
गुजरात में 33 गुना अधिक मौतें दर्ज
रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात ने 2021 में केवल 5,809 कोविड मौतें दर्ज की थीं. जबकि वास्तविक “एक्सेस डेथ्स” यानी सामान्य से अधिक मौतों की संख्या 1,95,406 थी — यह सरकारी आंकड़ों से 33 गुना ज्यादा है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों और खोजी पत्रकारों का यह शक अब प्रमाणित हो गया है कि कई राज्यों में कोविड से मौतों के आंकड़ों को जानबूझकर छिपाया गया, जिससे महामारी के असली असर को सार्वजनिक से दूर रखा गया.
अन्य राज्य भी दोषी
रिपोर्ट में मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान जैसे राज्यों का भी ज़िक्र है, जहां मौतों के पंजीकरण में भारी अंतर पाया गया. यह राजनीतिक छवि को बचाने के लिए की गई आंकड़ों की हेराफेरी का सीधा संकेत है.
केरल: ईमानदारी की मिसाल
इन सबके विपरीत केरल ने महामारी के दौरान खुली और सटीक रिपोर्टिंग की. राज्य ने जब बाकी राज्यों की तुलना में ज्यादा कोविड मामले और मौतें दर्ज कीं, तब उसे मीडिया और राजनीतिक विरोध का सामना करना पड़ा. लेकिन अब यही पारदर्शिता केरल की नीति को सही साबित करती है.
सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास ने इस रिपोर्ट की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए लिखा कि उस वक्त हमसे बार-बार पूछा गया, केरल में कोविड केस इतने ज्यादा क्यों? हमारा जवाब था: टेस्टिंग, इलाज और रिपोर्टिंग में पारदर्शिता. जब बाकी राज्य आंकड़े छिपा रहे थे, तब केरल ने सच्चाई दिखाई.
सरकार ने सोच-समझकर चुना वक्त
यह रिपोर्ट उस समय जारी की गई, जब देश का ध्यान सीमा पार सैन्य कार्रवाई की ओर था. स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने The Federal से कहा कि शायद यह रिपोर्ट इसीलिए इसी वक्त जारी की गई, ताकि कोई ध्यान न दे. लेकिन तथ्य हेडलाइन से ऊंची आवाज़ में बोलते हैं. केरल की नीति भले पूरी तरह सही न रही हो. लेकिन उसने अपने नागरिकों को इज्ज़त और सच्चाई से देखा. यही असली नेतृत्व है.
गंगा में तैरते शव, लेकिन मौतें दर्ज नहीं
2021 में गंगा में तैरते शवों की तस्वीरें पूरी दुनिया में वायरल हुईं. लेकिन इन मौतों को कई राज्यों ने अपने कोविड आंकड़ों में जगह नहीं दी. अब CRS डेटा इस बात की पुष्टि करता है कि ऐसी कई मौतें आधिकारिक आंकड़ों से बाहर रखी गईं और मृतकों को पहचान और सम्मान नहीं मिला.
भारत की असली कोविड मृत्यु संख्या
सरकारी आंकड़ों में 2021 तक भारत में कोविड से 4.8 लाख मौतें दिखाई गईं, लेकिन असली आंकड़ा 50 लाख के करीब हो सकता है। यह वही आंकड़ा है जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 2022 में जारी किया था, लेकिन भारत सरकार ने उस समय इसे खारिज कर दिया था।