भारत सरकार कर रही अमेरिकी टैरिफ नीति की समीक्षा, सभी विकल्पों पर विचार जारी: गोयल
US India tariff 2025: भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में अस्थिरता के इस दौर में भारत सरकार सतर्क और सक्रिय बनी हुई है. वाणिज्य मंत्री का यह बयान स्पष्ट संकेत देता है कि भारत कूटनीति, व्यापारिक वार्ता और आंतरिक सुधारों के ज़रिए ट्रंप प्रशासन की नीति का संतुलित लेकिन सशक्त जवाब देने के लिए तैयार है.;
Trump tariff India: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को संसद को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 25 प्रतिशत आयात शुल्क को लेकर भारत सरकार पूरी स्थिति की बारीकी से जांच और मूल्यांकन कर रही है. उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार निर्यातकों, उद्योग संगठनों और अन्य हितधारकों से लगातार बातचीत कर रही है और उनकी प्रतिक्रिया के आधार पर भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे.
अमेरिकी टैरिफ आदेश का ब्यौरा
गोयल ने कहा कि 2 अप्रैल 2025 को अमेरिका के राष्ट्रपति ने 'पारस्परिक टैरिफ' (reciprocal tariffs) पर एक कार्यकारी आदेश जारी किया था. इसके तहत 5 अप्रैल 2025 से 10% का बेसलाइन शुल्क लागू कर दिया गया था. इसके बाद भारत पर कुल 26% टैरिफ की घोषणा की गई थी. पूरा देश-विशिष्ट अतिरिक्त शुल्क 9 अप्रैल 2025 से लागू होना था, लेकिन इसे पहले 90 दिनों के लिए और फिर 1 अगस्त 2025 तक बढ़ा दिया गया.
व्यापार वार्ता जारी
गोयल ने जानकारी दी कि भारत और अमेरिका ने मार्च 2025 में एक संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौता (BTA) पर बातचीत शुरू की थी, जिसका पहला चरण इस साल पतझड़ (सितंबर–नवंबर) तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. 29 मार्च 2025 को दोनों पक्षों के बीच नई दिल्ली में पहले दौर की बैठक में विस्तृत Terms of Reference (ToR) को अंतिम रूप दिया गया. अब तक भारत और अमेरिका के बीच चार बैठकें (नई दिल्ली और वॉशिंगटन डीसी में) हो चुकी हैं और कई वर्चुअल बैठकें भी हुई हैं, जिनका उद्देश्य BTA को अंतिम रूप देना है.
भारत का रुख
गोयल ने कहा कि सरकार किसानों, श्रमिकों, उद्यमियों, MSMEs, निर्यातकों और उद्योग के सभी वर्गों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है. हम भारत के राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित और आगे बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे. उन्होंने कहा कि भारत एक समय पर ‘Fragile 5’ (अर्थव्यवस्था की दृष्टि से कमजोर देशों) में गिना जाता था, लेकिन आज यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बन चुका है. हम 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से टॉप 5 में आ गए हैं और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंचने की उम्मीद है.
वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की भूमिका
गोयल ने आगे बताया कि अंतरराष्ट्रीय संस्थान और अर्थशास्त्री आज भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था का उज्ज्वल केंद्र (bright spot) मानते हैं. आज भारत वैश्विक विकास में लगभग 16% का योगदान दे रहा है.
ट्रंप का हमला
उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को घोषणा की कि 1 अगस्त 2025 से भारत से आने वाले सभी सामानों पर 25% टैरिफ लागू होगा. इसके साथ ही उन्होंने भारत द्वारा रूसी कच्चे तेल और सैन्य उपकरणों की खरीद के लिए एक "अज्ञात दंड" (unspecified penalty) की भी बात कही. ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि भारत की व्यापार नीति अत्यंत कठोर और आपत्तिजनक है. यह सब ठीक नहीं है. इसलिए भारत को 25 प्रतिशत टैरिफ और एक दंड का भुगतान करना होगा.