भारत और चीन के बीच सीधी हवाई यात्रा की बहाली जल्द; वीज़ा प्रक्रिया आसान करेंगे
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री और चीन के उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग के बीच द्विपक्षीय संबंधों को लेकर बातचीत हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने भारत-चीन संबंधों में हुई हालिया प्रगति की समीक्षा की;
भारत और चीन दोनों ने दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाओं को फिर से शुरू करने की प्रक्रिया को तेज करने पर सहमति जताई है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने नवीनतम एयर सर्विस एग्रीमेंट (हवाई सेवा समझौता) को शीघ्र अंतिम रूप देने की उम्मीद जताई।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री और चीन के उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग के बीच जो बातचीत हुई, उनमें कई अहम मसलों पर सहमति बनी है। भारत और चीन ने वीज़ा प्रक्रियाओं को आसान बनाने और मीडिया और थिंक-टैंक के बीच संवाद और आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए व्यावहारिक कदम उठाने पर भी सहमति जताई है।
दोनों पक्षों ने भारत-चीन संबंधों में हुई हालिया प्रगति की समीक्षा की और संबंधों को स्थिर करने और फिर से मजबूत करने पर सहमति जताई, खासकर दोनों देशों के लोगों से जुड़े पहलुओं को प्राथमिकता देने के साथ।
इससे पहले मिस्री और सुन के बीच 27 जनवरी 2025 को बीजिंग में मुलाकात हो चुकी है। चीन के उप विदेश मंत्री 12-13 जून के भारत दौरे पर थे।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली में चीनी सहयोग की सराहना की। उन्होंने अप्रैल महीने में सीमा पार नदियों पर सहयोग के विशेषज्ञ स्तर की बैठक में जल वैज्ञानिक आंकड़ों की बहाली और अन्य सहयोगों पर हुई चर्चा को भी रेखांकित किया और उम्मीद जताई कि इस दिशा में प्रगति होगी।
चीन के विदेश मंत्रालय ने भी शुक्रवार को इस बैठक पर एक बयान जारी किया, जिसके अनुसार उप विदेश मंत्री सुन ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात की। बयान में कहा गया, "सुन वेइदोंग ने कहा कि दोनों देशों के सामूहिक प्रयासों से भारत-चीन संबंधों में सुधार और विकास की जो गति बनी है, वह अत्यंत मूल्यवान है।"