हाथों की मेहंदी भी नहीं सूखी थी…, शादी के 7 दिन बाद शहीद लेफ्टिनेंट विनय
Pahalgam terror attack 2025: विनय नरवाल 26 साल के युवा और होनहार अफसर थे. वे अपनी पत्नी के साथ पहलगाम में छुट्टियां मना रहे थे, तभी आतंकियों ने उन पर गोली चला दी.;
Lieutenant Vinay Narwal martyred: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल शहीद हो गए. इस हमले ने सिर्फ देश को ही नहीं, बल्कि एक नवविवाहित जोड़े के सपनों को भी तोड़ दिया. जब शहीद लेफ्टिनेंट विनय का पार्थिव शरीर नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा तो उनकी पत्नी हिमांशी बिलख-बिलख कर रोने लगीं. वे उनके शव से लिपट कर कहती रहीं कि मैं अब कैसे जिऊंगी? कैसे रहूंगी?
दोनों की शादी को सिर्फ सात दिन ही हुए थे. 16 अप्रैल को उनकी शादी हुई थी और अभी हाथों की मेहंदी भी नहीं सूखी थी, तभी यह दुखद खबर आ गई. शहीद को भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी, एयर चीफ और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने श्रद्धांजलि दी. सभी ने विनय को सलामी देकर उनके बलिदान को नमन किया.
करनाल का लाल, देश की शान
विनय नरवाल हरियाणा के करनाल जिले के भुसली गांव से थे. उनका परिवार करनाल शहर में रहता है. वे 26 साल के युवा और होनहार अफसर थे. वे अपनी पत्नी के साथ पहलगाम में छुट्टियां मना रहे थे, तभी आतंकियों ने उन पर गोली चला दी. उनके पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने बताया कि शादी के बाद पूरा मोहल्ला खुशियों में डूबा था. किसी ने सोचा भी नहीं था कि इतनी जल्दी विनय दुनिया से चले जाएंगे. अब पूरे मोहल्ले में मातम है.
हनीमून की थी तैयारी
एक पड़ोसी ने बताया कि नवविवाहित जोड़ा स्विट्ज़रलैंड में हनीमून की योजना बना रहा था. लेकिन छुट्टियों की वजह से पहले कश्मीर घूमने का फैसला किया. किसी को क्या पता था कि यही उनका आखिरी सफर होगा. देश को अपने इस सपूत पर गर्व है. लेकिन उसकी कमी हमेशा खलेगी.