Kargil Vijay Diwas: PM मोदी के संबोधन पर कांग्रेस का पलटवार, 'तुच्छ राजनीति' का लगाया आरोप

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कारगिल विजय दिवस पर 'राजनीति' करने का आरोप लगाया. खड़गे की यह आलोचना पीएम मोदी द्वारा द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर एक संबोधन के आई है.

Update: 2024-07-26 11:06 GMT

Kargil Vijay Diwas: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कारगिल विजय दिवस पर 'राजनीति' करने का आरोप लगाया. खड़गे की यह आलोचना पीएम मोदी द्वारा द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर एक संबोधन के दौरान अग्निपथ योजना की आलोचना के लिए विपक्ष पर निशाना साधने और उन पर सेना को कमजोर करने का प्रयास करने का आरोप लगाने के कुछ घंटों बाद आई है.

खड़गे ने एक्स पर लिखा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने जैसे अवसरों पर भी तुच्छ राजनीति कर रहे हैं. इससे पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया. प्रधानमंत्री का यह दावा कि उनकी सरकार ने सेना के कहने पर अग्निपथ योजना को लागू किया है, "एक सरासर झूठ है" और "हमारे बहादुर सशस्त्र बलों का अक्षम्य अपमान है". मोदी जी, यह आप ही हैं जो झूठ फैला रहे हैं!

कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे लिखा कि पूर्व सेना प्रमुख (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे ने ऑन रिकॉर्ड कहा है कि 'अग्निपथ योजना' में 75% भर्तियों को स्थायी रूप से लिया जाना था और 25% लोगों को 4 साल बाद जाने दिया जाना था. लेकिन मोदी सरकार ने इसके विपरीत किया और तीनों सशस्त्र बलों के लिए जबरन इस योजना को लागू किया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पूर्व सेना प्रमुख (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे ने अपनी पुस्तक में, जिसे मोदी सरकार ने प्रकाशित होने से रोक दिया है, यह भी कहा है कि 'अग्निपथ योजना' सेना के लिए चौंकाने वाली थी और नौसेना और वायु सेना के लिए यह "आकस्मिक बिजली" की तरह आई.

खड़गे ने कहा कि कई सेवानिवृत्त अधिकारियों ने अग्निपथ की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले युवाओं की आकांक्षाओं को खतरे में डाल रहा है. पूर्व अधिकारी मांग कर रहे हैं कि अग्निपथ योजना को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाना चाहिए. यह सब ऑन रिकॉर्ड है. अग्निवीरों को कोई पेंशन, कोई ग्रेच्युटी, कोई पारिवारिक पेंशन, कोई उदारीकृत पारिवारिक पेंशन और उनके बच्चों के लिए कोई शिक्षा भत्ता नहीं मिलता है.

बता दें कि जून 2022 में घोषित अग्निपथ योजना चार साल की छोटी अवधि के लिए भारतीय सशस्त्र बलों में कर्मियों की भर्ती करती है. चार साल के अंत में अग्निवीर कहे जाने वाले 25% तक भर्ती, योग्यता और अन्य आवश्यकताओं के अधीन एक स्थायी कमीशन (15 और वर्ष) पर सेवाओं में शामिल होते हैं.

पीएम मोदी ने कही ये बात

द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर अपने संबोधन में मोदी ने अग्निपथ योजना की आलोचना करने के लिए विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि वे देश के युवाओं को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पता चलता है कि उन्हें सैनिकों की कोई परवाह नहीं है. ये वही लोग हैं जिन्होंने वन रैंक वन पेंशन के बारे में झूठ बोला था. यह हमारी सरकार है, जिसने वन रैंक वन पेंशन लागू की और पूर्व सैनिकों को 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक दिए. ये वही लोग हैं, जिन्होंने युद्ध स्मारक नहीं बनवाया. ये वही लोग हैं, जिन्होंने सीमा पर तैनात हमारे सैनिकों को पर्याप्त बुलेटप्रूफ जैकेट मुहैया नहीं कराए. ये वही लोग हैं, जिन्होंने हमारी सेना को कमजोर करने की कोशिश की.

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