टैरिफ मामले में पीएम की दो टूक,किसान सर्वोपरि दबाव में नहीं झुकेगा भारत

टैरिफ वॉर के बीच पीएम मोदी ने कहा कि भारत कभी किसानों, मछुआरों और पशुपालकों के हितों से समझौता नहीं करेगा, चाहे इसकी कोई भी कीमत क्यों न हो।;

By :  Lalit Rai
Update: 2025-08-07 05:33 GMT

अमेरिका द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाए जाने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों, मछुआरों और डेयरी उत्पादकों के पक्ष में मजबूत बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा है कि भारत कभी भी अपने अन्नदाताओं के हितों से समझौता नहीं करेगा, चाहे इसके लिए कितनी भी बड़ी कीमत क्यों न चुकानी पड़े।

एम.एस. स्वामीनाथन शताब्दी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने दो टूक कहा, हमारे लिए किसानों का हित सर्वोच्च प्राथमिकता है। भारत किसानों, मछुआरों और डेयरी किसानों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा। मुझे पता है कि इसकी भारी कीमत मुझे चुकानी पड़ेगी, लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं।


किसानों की आमदनी बढ़ाना प्राथमिक लक्ष्य

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने, खेती की लागत घटाने और आय के नए स्रोतों को बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयास कर रही है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बीते वर्षों में सरकार की नीतियों में केवल सहायता नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और भरोसे का भाव भी शामिल रहा है।


PM मोदी ने गिनाईं प्रमुख योजनाएं

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से छोटे किसानों को नियमित आर्थिक मदद मिली, जिससे उनमें आत्मबल आया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ने किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा दी है।प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना ने सिंचाई की समस्याओं को दूर कर खेती की उत्पादकता में सुधार किया।किसान सम्पदा योजना के तहत फूड प्रोसेसिंग यूनिट और भंडारण क्षमताएं बढ़ाई गईं हैं।को-ऑपरेटिव और स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय समर्थन देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मज़बूती दी गई है।

कृषि उत्पादन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में सोयाबीन, सरसों और मूंगफली जैसे फसलों का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचा है, जो सरकार की नीतियों और किसानों की मेहनत का परिणाम है।

राजनीतिक संदेश और नीति का संतुलन

पीएम मोदी का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका के साथ व्यापार तनाव बढ़ रहा है। ट्रंप द्वारा घोषित 50% टैरिफ भारत के लिए एक बड़ा आर्थिक झटका साबित हो सकता है। लेकिन इस पृष्ठभूमि में मोदी का किसानों के पक्ष में खड़ा होना एक स्पष्ट राजनीतिक और नीतिगत संदेश है कि भारत का प्राथमिक हित उसके किसान हैं, चाहे वैश्विक दबाव कितना भी हो।

Tags:    

Similar News