दिल्ली ब्लास्ट मॉड्यूल से जुड़े चार डॉक्टरों का लाइसेंस रद्द
NMC ने दिल्ली ब्लास्ट के जैश मॉड्यूल में शामिल पाए गए चार डॉक्टरों का मेडिकल रजिस्ट्रेशन रद्द किया; देश में कहीं भी इलाज या नियुक्ति पर तुरंत रोक।
By : The Federal
Update: 2025-11-15 02:59 GMT
Jaish - E - Mohammad Module : नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने 10 नवंबर को दिल्ली में हुए धमाके के पीछे सक्रिय जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल में शामिल पाए गए चार डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उनका मेडिकल रजिस्ट्रेशन तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है।
कमीशन की ओर से जारी नोटिस के अनुसार जिन डॉक्टरों का पंजीकरण रद्द किया गया है, उनके नाम मुज़फ़्फर अहमद, अदील अहमद राथर, मुज़म्मिल शकील, और शाहीन सईद हैं। इन सभी के नाम इंडियन मेडिकल रजिस्टर (IMR) और नेशनल मेडिकल रजिस्टर (NMR) से हटा दिए गए हैं।
नोटिस में साफ कहा गया है कि अब ये डॉक्टर देश में कहीं भी चिकित्सा सेवा नहीं दे सकेंगे, न निजी अस्पतालों में और न ही सरकारी संस्थानों में किसी भी क्षमता में नियुक्त हो सकेंगे।
जम्मू-कश्मीर पुलिस और मेडिकल काउंसिल्स की रिपोर्ट पर आधारित कार्रवाई
NMC ने बताया कि यह कदम उन सबूतों के आधार पर उठाया गया है जो जम्मू और कश्मीर पुलिस, जम्मू-कश्मीर मेडिकल काउंसिल और उत्तर प्रदेश मेडिकल काउंसिल द्वारा सौंपे गए थे। इन रिपोर्टों में संकेत मिला कि चारों डॉक्टर एक बहु-क्षेत्रीय, संगठित आतंकी मॉड्यूल से जुड़े थे, और वे दिल्ली धमाके समेत कई गतिविधियों में प्रथम दृष्टया शामिल पाए गए।
मेडिकल प्रोफेशन की नैतिकता के खिलाफ – NMC
नेशनल मेडिकल कमीशन ने अपने आदेश में कहा कि इन डॉक्टरों का कथित आचरण “चिकित्सा पेशे में अपेक्षित ईमानदारी, नैतिकता और सार्वजनिक विश्वास के मानकों के पूरी तरह विपरीत” है।
NMC के अनुसार जम्मू-कश्मीर मेडिकल काउंसिल ने पहले ही मुज़फ़्फर अहमद, अदील राथर और मुज़म्मिल शकील की रजिस्ट्रेशन रद्द कर दी थी। यूपी मेडिकल काउंसिल ने शाहीन सईद के खिलाफ रिपोर्ट भेजी थी। अब NMC ने राष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई लागू कर दी है, जिससे चारों डॉक्टर किसी भी राज्य में मेडिकल सेवा नहीं दे सकेंगे।
सभी स्टेट मेडिकल काउंसिल्स को तुरंत रिकॉर्ड अपडेट करने का आदेश दिया गया है, ताकि डॉक्टर अपनी पहचान बदलकर या किसी भी अन्य तरीके से ज़रिये प्रैक्टिस जारी न रख सकें।
जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क में भूमिका: 2,900 किलो विस्फोटक बरामद
यह कार्रवाई ऐसे समय हुई है जब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बेहद उन्नत और गुप्त आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था, जिसकी कड़ियाँ कई डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों से जुड़ी पायी गयीं।
ज्ञात रहे कि अब तक की जांच में ये खुलासा हुआ है कि इस मॉड्यूल ने लगभग 2,900 किलो विफोटक, असॉल्ट राइफलें, गोला-बारूद और इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेशन डिवाइस को श्रीनगर और फरीदाबाद में किराए पर लिए गए में छिपा रखा था।
इनका उपयोग बड़े पैमाने पर हमले की योजना को अंजाम देने के लिए किया जा रहा था। यह मॉड्यूल हाल में हुए दिल्ली ब्लास्ट और श्रीनगर में पकड़े गए पोस्टर मॉड्यूल से भी जुड़ा पाया गया।