लोकसभा के बाद अब राज्यसभा में भी NDA को बहुमत, क्या कम होगी BJP की चुनौती?
कांग्रेस को सिर्फ तेलंगाना से अभिषेक मनु सिंघवी की जीत मिली, जिससे राज्यसभा में उसकी संख्या 85 हो गई।
NDA in Rajya Sabha: संसद के राज्यसभा में भी अब एनडीए बहुमत में आ गया है. राज्यसभा में ये आंकड़ा 2014 के बाद एनडीए के लिए सबसे ज्यादा है. सुनने में ये बेहद अच्छा लगता है कि बहुमत में होना लेकिन बीजेपी के लिए चुनौती अब भी बरकरार है. सवाल ये खड़ा हुआ है कि क्या एनडीए के बहुमत में आने के बाद क्या बीजेपी आसानी से यूसीसी, वक्फ बोर्ड संशोधन बिल आदि जैसे संवेदनशील मुद्दों को पास कराने में सफल रहेगी? ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि क्या एनडीए में बीजेपी के घटक क्या बीजेपी के समर्थन में खड़े रहेंगे या फिर नहीं.
क्या है बीजेपी के लिए चुनौती
बीजेपी के लिए राज्यसभा में चुनौती अब भी बरकरार है, क्योंकि एनडीए के बहुमत में होने का मतलब बीजेपी का बहुमत में होना नहीं है. इसकी मुख्य वजह ये है कि बीजेपी के जो घटक एनडीए में शामिल हैं, उन्हें अपनी क्षेत्रीय राजनीती का भी ख्याल रखना है. बीजेपी को ये बात उस समय सबसे ज्यादा अखरती है, जब यूसीसी, वक्फ बिल आदि मुद्दे सामने आते हैं. ऐसे में नितीश कुमार की जेडीयू हो या चन्द्र बाबू नायडू की टीडीपी या फिर चिराग पासवान की एलजेपी सब अपने अपने क्षेत्रीय राजनितिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए आगे का कदम उठाते हैं और बीजेपी को ऐसे समय में अकेला छोड़ देते हैं. इसलिए बहुमत पा लेने से बीजेपी की चुनौतियों में कोई ख़ास फर्क नहीं पड़ने वाला है.