राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी : देवानंद से लेकर सीमेंट पर कोटा, कुछ यूँ किया कांग्रेस पर वार
बजट सत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में भाषण देते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए बाबा साहेब आंबेडकर, संविधान. पिछड़ा वर्ग, आदिवासी समाज पर बात की।;
By : Abhishek Rawat
Update: 2025-02-06 12:14 GMT
Budget Session PM Modi In Rajyasabha : भारत की संसद में बजट सत्र के पांचवे दिन की कार्यवाही के दौरान भारतीय राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपना जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा और कई अहम मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की। प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण न केवल कांग्रेस पर तीखा हमला था, बल्कि उन्होंने देश की प्रगति, संविधान और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर भी अपने विचार रखे।
कांग्रेस पर प्रधानमंत्री का तीखा हमला: इमरजेंसी का जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस पार्टी पर इमरजेंसी के दौरान संविधान को कुचलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन काल में संविधान की धज्जियां उड़ाई गईं। मोदी ने विशेष रूप से किशोर कुमार के मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि जब किशोर कुमार ने कांग्रेस के लिए गाना गाने से मना किया था, तो आकाशवाणी ने उनके गानों पर बैन लगा दिया था। उन्होंने कहा,'देवानंद ने इमरजेंसी को सपोर्ट नहीं किया तो इन्होंने उनकी फिल्मों पर भी बैन लगाया. इसके बाद प्रधानमंत्री ने शायराना अंदाज में कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, "कांग्रेस के मुंह से संविधान शब्द शोभा नहीं देता है।"
मल्लिकार्जुन खरगे पर चुटकी और शायरी
प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे से चुटकी लेते हुए कहा कि खरगे जी को शायरी का शौक है, इसलिए वे खुद भी एक शायरी सुनाना चाहते हैं। पीएम मोदी ने अपनी शायरी में कहा, "तमाशा करने वालों को क्या खबर, हमने कितने तूफानों को पार कर दिया जलाया है।" साथ ही उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल के दौरान कवि नीरज की लिखी एक कविता भी पढ़ी, "बहुत अंधियारा अब सूरज निकलना चाहिए, जिस तरह से भी हो मौसम बदलना चाहिए।"
कंप्यूटर के लिए लेना होता था लाइसेंस और सीमेंट के लिए तय था कोटा
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस के शासन काल को लेकर कहा कि जब कंप्यूटर नए नए आये थे और किसी को विदेश से कंप्यूटर मंगवाना होता था तो उसके लिए कांग्रेस के शासन काल में लाइसेंस जरुरत होती थी। इतना ही नहीं मोदी ने ये भी कहा कि एक समय ऐसा भी था कि जब कोई घर बनवा रहा होता था और उसे सीमेंट की जरुरत होती थी तो उसके लिए भी कोटा फिक्स था, परमिट की जरुरत होती थी।
देश के विकास और सामाजिक सुधारों पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में देश के विकास और सामाजिक सुधारों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने एससी-एसटी एक्ट को मजबूत करके दलित-आदिवासी समाज के सम्मान और सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि उनके नेतृत्व में ओबीसी समाज की मांगों को ध्यान में रखते हुए ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया। मोदी ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि इस पार्टी ने बाबा साहेब आंबेडकर से हमेशा नफरत की है और उनके योगदान को कभी नहीं समझा।
विश्वकर्मा समाज की चिंता और कांग्रस की दुर्दशा
प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से विश्वकर्मा समाज का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि 2014 में उनकी सरकार ने इस समाज के हित में पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू की, ताकि पारंपरिक कारीगरों को ट्रेनिंग और औजार प्रदान किया जा सके। इसके साथ ही, पीएम मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस का साथ छोड़ने वाले उनके सहयोगी भी पार्टी की वर्तमान स्थिति को देखकर भाग रहे हैं, जो पार्टी के लिए एक बड़े झटके की तरह है।
सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण और दिव्यांगों के लिए पहल
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण प्रदान किया है, जिससे समाज के सबसे निचले वर्ग को फायदा हो रहा है। इसके अलावा, उन्होंने दिव्यांगों के लिए किए गए प्रयासों की भी सराहना की और कहा कि उनकी सरकार ने इस वर्ग के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, जिन्हें कांग्रेस के शासनकाल में नजरअंदाज किया गया था।
भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार की कई अन्य योजनाओं का भी जिक्र किया, जिनसे देश में बदलाव नजर आने लगा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए हैं और लोगों को कानून और व्यवस्था का एहसास दिलाया है। उन्होंने विपक्ष को चुनौती दी कि वे अपनी "लकीर लंबी" करने पर ध्यान दें और देश की सेवा में अपना योगदान दें।
कांग्रेस की सोच पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी का अंतिम संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने अंत में कांग्रेस पार्टी पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि "सबका साथ, सबका विकास" कांग्रेस की सोच के बाहर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने राजनीतिक हितों के लिए कई समाजों के हितों को नजरअंदाज किया है, लेकिन अब देश की जनता जागरूक हो चुकी है और बदलाव की ओर अग्रसर है।