खुदरा महंगाई दर जुलाई 2019 के बाद सबसे निचले लेवल पर, अप्रैल 2025 में 3.16 फीसदी रही कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स
अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई दर 3.16 फीसदी रहा है जो मार्च 2025 में 3.34 फीसदी रहा था. खाद्य महंगाई दर अप्रैल महीने में 1.78 फीसदी रहा है.;
Retail Inflation Data: खाने-पीने की चीजों के दामों में कमी के चलते खुदरा महंगाई में बड़ी गिरावट आई है. अप्रैल महीने में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स जुलाई 2019 के बाद सबसे निचले लेवल पर आ गया है. अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई दर 3.16 फीसदी रहा है जो मार्च 2025 में 3.34 फीसदी रहा था. खाद्य महंगाई दर अप्रैल महीने में 1.78 फीसदी रहा है.
खाद्य महंगाई दर में आई कमी
सांख्यिकी मंत्रालय ने अप्रैल महीने के लिए खुदरा महंगाई दर का डेटा जारी किया है. इन आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2025 में महंगाई का आंकड़ा घटकर 3.16 फीसदी पर आ गया है जो मार्च में 3.34 फीसदी पर था. खुदरा महंगाई दर में आई इस कमी का क्रेडिट खाने पीने की चीजों के दामों में आई कमी को जाता है. अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई दर घटकर 1.78 फीसदी रहा है. मार्च महीने के मुकाबले अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई दर में 91 बेसिस प्वाइंट की कमी आई है.
दाल और सब्जियों की महंगाई दर नेगेटिव में
खाने पीने की वस्तुओं की महंगाई दर पर नजर डालें तो खाने के तेल का महंगाई दर अप्रैल महीने में 17.42 फीसदी रहा है. फलों की महंगाई 13.80 फीसदी, अनाज और उसके प्रोडक्ट्स की महंगाई दर 5.35 फीसदी रही है. दालों की महंगाई दर नेगेटिव में आ गई और ये - 5.23 फीसदी रही है जबकि सब्जियों की महंगाई - 10.98 फीसदी रही है. बेस इफेक्ट के चलते दाल और सब्जियों की महंगाई दर नेगेटिव में दिखा रहा है.
6 जून को सस्ता होगा कर्ज
खुदरा महंगाई दर में गिरावट गुड न्यूज लेकर आई है. अप्रैल 2025 में भी रिटेल इंफ्लेशन 4 फीसदी के नीचे बना हुआ है जो कि आरबीआई के टोलरेंस बैंड से नीचे है. ऐसे में ये माना जा रहा है कि अगले महीने 4-6 जून को आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में फिर से सस्ते कर्ज का सौगात मिल सकता है. लगातार तीसरी बार आरबीआई अपने पॉलिसी रेट्स यानी रेपो रेट में कमी कर सकता है. 2025 में फरवरी और अप्रैल में दो चरणों में 50 बेस्स प्वाइंट रेपो रेट में कटौती की जा चुकी है. और फिर से जून में ब्याज दरों में कमी की संभावना बढ़ गई है.