रविवार रात साल का सबसे लंबा "ब्लड मून", भारत समेत कई देशों में देखा जा रहा है
रविवार की रात आसमान में "ब्लड मून" का अद्भुत दृश्य बना है, जो विज्ञान और रोमांच – दोनों ही दृष्टि से दुर्लभ और यादगार अनुभव साबित होगा.;
Blood Moon Eclipse : तारों और आसमान को निहारने वालों के लिए रविवार की रात किसी तोहफ़े से कम नहीं है। इस दिन पूर्ण चंद्रग्रहण लगेगा और इसके दौरान चाँद लालिमा लिए हुए दिखाई देगा, जिसे आम बोलचाल में "ब्लड मून" कहा जाता है। खास बात यह है कि यह 2022 के बाद का अब तक का सबसे लंबा पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। खगोलविदों के अनुसार, यह अद्भुत दृश्य एशिया, यूरोप और अफ्रीका के कई हिस्सों से साफ-साफ देखा जा सकेगा।
कैसे बनता है ब्लड मून?
जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में आ जाते हैं, तो पृथ्वी की छाया सीधे चंद्रमा पर पड़ती है। इसी दौरान चाँद अपनी सामान्य चमकीली सफेद रोशनी खोकर गहरे लाल रंग का हो जाता है। यह दृश्य हजारों सालों से इंसानों को आश्चर्यचकित करता आया है।
नासा का कहना है कि चंद्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन ही होता है। उस समय पृथ्वी का वातावरण सूर्य की किरणों को मोड़कर चाँद तक पहुँचाता है। इस दौरान नीली रोशनी ज्यादा बिखर जाती है और केवल लाल किरणें बचती हैं, इसलिए चंद्रमा लालिमा लिए दिखाई देता है।
क्वीन्स यूनिवर्सिटी बेलफास्ट (नॉर्दर्न आयरलैंड) के खगोल भौतिकीविद् रयान मिलिगन ने बताया,
"चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा तक पहुँचने वाला प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरता है। नीली तरंगें आसानी से बिखर जाती हैं, लेकिन लाल तरंगें आगे तक जाती हैं। यही वजह है कि चाँद गहरा लाल या रक्तिम नज़र आता है।"
कितनी देर तक रहेगा ग्रहण?
यह पूर्ण चंद्रग्रहण 82 मिनट तक चलेगा, यानी लोगों को इस खगोलीय नज़ारे को देखने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। वैज्ञानिकों के अनुसार, रात 11 बजे से चाँद पर पृथ्वी की छाया पूरी तरह से पड़ना शुरू हो जाएगी और ठीक 12 बजकर 22 मिनट तक चाँद पूर्णतः लाल दिखेगा।
सुरक्षित तरीके से देखें चंद्रग्रहण
सूर्यग्रहण की तरह चंद्रग्रहण को देखने के लिए न तो खास चश्मे की ज़रूरत होती है और न ही किसी उपकरण की। इसे आँखों से सुरक्षित रूप से देखा जा सकता है। बस मौसम साफ़ होना चाहिए। अगर आसमान पर बादल नहीं होंगे तो पूरा भारत इस अद्भुत नज़ारे का गवाह बनेगा।
अगला ब्लड मून कब दिखेगा?
इस साल का यह दूसरा चंद्रग्रहण है। पहला मार्च में लगा था। खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार अगला पूर्ण चंद्रग्रहण 3 मार्च 2026 को लगेगा। "वर्तमान चंद्रग्रहण एक लंबे समय तक चलने वाला खगोलीय आयोजन है। पूरे भारत में इसे बगैर किसी चश्में आदि के सिर्फ आंखों से देखा जा सकता है, अगर आसमान साफ़ रहा तो।"