अमेरिका का बड़ा ऐलान, पहलगाम आतंकी हमले के जिम्मेदार लोगों को दबोचने में मदद करेगा US

Tulsi Gabbard wrote a letter to PM Modi: इस हमले की निंदा सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि रूस, फ्रांस, इजरायल, इटली और इस्लामिक देशों जैसे सऊदी अरब, यूएई, ईरान, जॉर्डन ने भी की है.;

Update: 2025-04-25 17:46 GMT

Pahalgam terrorist attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गैबार्ड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा. उन्होंने इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि अमेरिका इस दुख की घड़ी में भारत के साथ खड़ा है. यह एक भयानक इस्लामिक आतंकवादी हमला था, जिसमें हिंदुओं को निशाना बनाकर मारा गया. हम भारत के साथ हैं और जो लोग इस हमले के जिम्मेदार हैं, उन्हें पकड़ने और सजा दिलाने में पूरा समर्थन देंगे.

पाकिस्तान से जुड़े तार

इस हमले में 26 लोगों, जिनमें एक विदेशी नागरिक भी शामिल था, को आतंकवादियों ने मार डाला. आतंकियों ने लोगों से "इस्लाम के प्रति निष्ठा" साबित करने को कहा और जब उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उन्हें गोली मार दी गई. हमले की जांच में यह सामने आया है कि आतंकियों का संबंध पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर से है. द रेसिस्टेंस फ्रंट नाम के संगठन ने हमले की जिम्मेदारी ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा का ही एक शैडो ग्रुप है.

भारत का कड़ा रुख

भारत सरकार ने बुधवार को कहा कि इस हमले की योजना सीमा पार से बनाई गई थी. प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि यह हमला केंद्र शासित प्रदेश में शांतिपूर्ण चुनाव और आर्थिक विकास की दिशा में हो रही प्रगति को रोकने के लिए किया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आतंकियों और उनके समर्थकों को दुनिया के किसी भी कोने में जाकर ढूंढेगा और ऐसी सजा देगा जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी.

पाकिस्तान की चिंता

भारत के सख्त रुख के बाद पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को भारतीय विमानों के लिए बंद कर दिया है और सीमा पर हाई अलर्ट कर दिया गया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान लगातार हवाई निगरानी (air reconnaissance) कर रहा है. क्योंकि उसे भारत की तरफ से संभावित सैन्य कार्रवाई का डर सता रहा है.

दुनियाभर से भारत को समर्थन

इस हमले की निंदा सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि रूस, फ्रांस, इजरायल, इटली और इस्लामिक देशों जैसे सऊदी अरब, यूएई, ईरान, जॉर्डन ने भी की है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि इस हमले के मास्टरमाइंड्स और दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी. रूस आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मिलकर काम करता रहेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, इजरायल के नेतन्याहू, फ्रांस के मैक्रों और इटली की मेलोनी ने भी पीएम मोदी को समर्थन दिया और कहा कि वे भारत के साथ मजबूती से खड़े हैं. इसके साथ ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, चीन, जापान, श्रीलंका सहित कई देशों ने भी इस हमले की निंदा की और भारत को अपनी संवेदनाएं और समर्थन भेजा.

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