जगदीप धनखड़ का इस्तीफा मंजूर, विपक्ष ने उठाए नए सवाल
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया है। इसके पीछे स्वास्थ्य कारण बताए गए हैं। लेकिन विपक्ष ने इसके पीछे सियासी कारणों की आशंका जताई।;
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा मंजूर हो चुका है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने औपचारिक तौर पर इस्तीफे को स्वीकार किया है। लेकिन सियासत अब उछाल मार रहा है। यहां बता दें कि इस्तीफे की मंजूरी से ठीक पहले पीएम मोदी ने एक्स पर ट्वीट किया जिसकी भाषा कुछ इस तरह से है- श्री जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित विभिन्न पदों पर देश की सेवा करने के अनेक अवसर प्राप्त हुए हैं। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूँ।
अब जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की वजह क्या है इसे लेकर तरह तरह की बात सियासी गलियारे में गूंज रही है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि यह महज स्वास्थ्य का मसला नहीं है। हालांकि यहां बता दें कि जगदीप धनखड़ ने अपने इस्तीफे में स्वास्थ्य कारणों का ही हवाला दिया है।
विपक्ष ने उठाए सवाल
विपक्षी दलों ने इस घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कुछ नेताओं ने इसे "महज स्वास्थ्य कारणों" के दावे पर संदेह जताया है। कांग्रेस, टीएमसी और आरजेडी के कुछ प्रवक्ताओं ने कहा है कि "धनखड़ साहब का इस्तीफा अचानक नहीं है, इसके पीछे दबाव या आंतरिक टकराव हो सकते हैं।"
स्वास्थ्य कारण: सच या बहाना?
धनखड़ ने अपने पत्र में इस्तीफे का कारण "स्वास्थ्य" बताया है, लेकिन उनकी हालिया सार्वजनिक सक्रियता को देखते हुए ये दावा पूरी तरह से सबको आश्वस्त नहीं कर रहा। पिछले महीने तक वे संसद के मानसून सत्र की तैयारियों में लगे थे और एक निजी कार्यक्रम में भी सक्रिय नजर आए थे।
क्या है संभावित वजहें?
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, कुछ संभावित कारण हो सकते हैं:
स्वास्थ्य का सच में बिगड़ना, जो सार्वजनिक रूप से पूरी तरह सामने नहीं आया।भाजपा नेतृत्व से असहमति या कुछ मुद्दों पर टकराव।आगामी राजनीतिक पुनर्संरचना में किसी अन्य भूमिका की तैयारी या फिर हालिया संवैधानिक चर्चाओं में उनके रुख पर विवाद।
आगे क्या?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार उपराष्ट्रपति के पद के लिए किसे नामित करती है। क्या कोई वरिष्ठ नेता आगे आएंगे या फिर यह भाजपा के अंदरूनी संतुलन साधने का मौका होगा?