के एल राहुल या ऋषभ पंत, CT 2025 के लिए क्या सोचते हैं पूर्व क्रिकेटर
Champions Trophy 2025 के लिए विकेट कीपर के तौर पर के एल राहुल, संजू सैमसन और ऋषभ पंत हैं, इनमें से किसे मौका मिलेगा यह देखने वाली बात होगी।;
Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में कौन से चेहरे शामिल किए जाएंगे और किसे शामिल नहीं किया जाएगा सबकी नजर टिकी है। जानकारों का कहना है कि कुछ खिलाड़ियों के चयन पर अधिक मंथन नहीं करना होगा। लेकिन कुछ नामों पर गंभीर चर्चा हो सकती है। इसमें से विकेटकीपिंग की भूमिका में कौन होगा। इस समय के एल राहुल (KL Rahul), ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और संजू सैमसन (Sanju Samson) विकेट कीपर की भूमिका में नजर आते हैं। के एल राहुल पिछले कुछ समय से वनडे में स्थापित विकेट कीपर बन चुके हैं। इस मामले में संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) और संजय बांगड़ (Sanjay Bangar) ने अपने नजरिये को सामने रखा है। इनकी नजर में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए विकेट कीपर के तौर पर ऋषभ पंत को ड्रॉप किया जा सकता है।
पंत 2024 में ही प्रतिस्पर्धी वनडे क्रिकेट में लौटे, जब भारत ने तीन मैचों की सीरीज के लिए श्रीलंका का दौरा किया। हालांकि, न तो मांजरेकर और न ही बांगर पंत को चुनने के पक्ष में थे। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, स्टार स्पोर्ट्स पर बोलते हुए भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच बांगड़ ने कहा कि पंत लंबे समय से क्रिकेट से दूर थे। उन्होंने टी20 और टेस्ट में अच्छी वापसी की, लेकिन वनडे क्रिकेट में उनका फॉर्म कभी अच्छा नहीं रहा। केएल राहुल आपकी पहली पसंद के विकेटकीपर होने चाहिए।
मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत के बैक-अप विकेटकीपर के रूप में ऋषभ पंत की जगह संजू सैमसन के चयन की वकालत की। मांजरेकर ने कहा कि वो सैमसन पर पूरा भरोसा करते है, वह शुरुआत में रन नहीं बना रहे थे और शायद वह निचले क्रम में फिट नहीं हैं। लेकिन अगर भारत को आखिरी 10 ओवरों के लिए एक बड़ा हिटर चाहिए तो वो पंत के मामले में संजय बांगड़ से सहमत हूं।
श्रीलंका के खिलाफ़ वनडे सीरीज़ में पंत ने तीन में से सिर्फ़ एक मैच खेला। चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने उतरे पंत (Rishabh Pant) नौ गेंदों में सिर्फ़ छह रन बनाकर प्रभावित करने में विफल रहे।दूसरी ओर सैमसन (Sanju Samson) ने भी अपना प्रदर्शन अच्छा नहीं किया। टी 20 में प्रभावित करने के बावजूद सैमसन को भारत के 50 ओवर के घरेलू टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी के लिए केरल की टीम से बाहर रखा गया, क्योंकि उन्होंने टीम के साथ कैंप में हिस्सा नहीं लिया था।