गिल के पास मौका, लॉर्ड्स में कप्तानी से रच सकते हैं इतिहास
लॉर्ड्स टेस्ट में भारत को जीत दिलाकर शुभमन गिल बन सकते हैं चौथे भारतीय कप्तान। अब तक कपिल देव, धोनी और कोहली ही यह कमाल कर पाए हैं।;
क्रिकेट की जहां पैदाइश हुई वहां टीम इंडिया के खिलाड़ी बैट और गेंद से इंग्लैंड की टीम को मात देने के लिए फिर तैयार हैं। लीड्स में एक जीत के बाद इंग्लैंड की टीम के हौसले आसमान पर थे। लेकिन एजबेस्टन में भारतीय टीम ने कमाल कर दिया। 93 साल बाद ना सिर्फ जीत दर्ज की बल्कि साबित कर दिया कि हम कुछ भी कर सकते हैं। कप्तान शुभमन गिल ने कमाल कर दिया। जिस लीड्स टेस्ट में हार के लिए वो आलोचना झेल रहे थे उससे आगे निकल गए। अब फैंस को इंतजार है कि क्या लॉर्ड्स में वो उन तीन धुरंधरो कपिलदेव, एमएस धोनी और विराट कोहली के क्लब में शामिल हो पाएंगे जिनके खाते में जीत का रिकॉर्ड दर्ज है।
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारतीय खिलाड़ियों ने जमकर अभ्यास किया है और चौका छक्का मारने के लिए बेताब हैं। जहां गेंदबाजों से उम्मीद है वहीं फैन्स का मानना है कि शुभमन गिल और ऋषभ पंत निराश नहीं करेंगे।
लॉर्ड्स में भारत का मिला-जुला रिकॉर्ड
भारत ने लॉर्ड्स में पहला टेस्ट 1932 में खेला था। अब तक यहां खेले गए 19 टेस्ट मैचों में से भारत को सिर्फ तीन में जीत, चार ड्रॉ, और 12 में हार मिली है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में भारत ने इस मैदान पर कुछ ऐतिहासिक प्रदर्शन किए हैं।
1986 में कपिल देव की कप्तानी में भारत ने 5 विकेट से जीत हासिल की थी।
2014 में महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने 95 रन से जीत दर्ज की थी।
2021 में विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने 151 रन से इंग्लैंड को हराया था।
अब बारी है शुभमन गिल की, जिनके पास लॉर्ड्स में जीत दिलाने वाले चौथे भारतीय कप्तान बनने का मौका है। हाल ही में गिल की कप्तानी में भारत ने एजबेस्टन में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी और वे ऐसा करने वाले पहले एशियाई कप्तान बने थे।
तीनों ऐतिहासिक जीतों में कौन-कौन चमके?
साल जीत का अंतर कप्तान प्लेयर ऑफ द मैच
1986 5 विकेट कपिल देव कपिल देव
2014 95 रन एमएस धोनी ईशांत शर्मा
2021 151 रन विराट कोहली केएल राहुल
2021 की जीत में केएल राहुल ने पहली पारी में 129 रनों की शतकीय पारी खेली थी, और वह मौजूदा टीम का भी हिस्सा हैं। मोहम्मद सिराज भी उस मैच में दोनों पारियों में चार-चार विकेट लेकर चमके थे। वहीं, बुमराह को पहली पारी में विकेट नहीं मिला था, लेकिन दूसरी में उन्होंने तीन विकेट झटके थे।
मौजूदा टेस्ट में भारत की फील्डिंग का आंकलन
टीम लिए गए कैच छोड़े गए कैच कैचिंग प्रतिशत
भारत 21 कैच 13 कैच छोड़े 61.80%
इंग्लैंड 23 कैच 8 कैच छोड़े 74.20%
क्या फिर रचेगा इतिहास?
शुभमन गिल की कप्तानी में भारत ने एजबेस्टन में इतिहास रचा, अब नजरें लॉर्ड्स पर टिकी हैं। क्या वह कपिल देव, एमएस धोनी और विराट कोहली की सूची में शामिल हो पाएंगे? यह मुकाबला न केवल सीरीज में निर्णायक मोड़ लाएगा, बल्कि भारतीय कप्तानी के इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ सकता है।