सूर्य कुमार की फॉर्म चिंता का सबब, 20 पारियों से अर्धशतक नहीं
टी20 वर्ल्ड कप से पहले कप्तान सूर्यकुमार यादव की लगातार खराब फॉर्म पर सवाल, आकाश चोपड़ा बोले कप्तान का पहला काम रन बनाना
By : The Federal
Update: 2025-12-13 07:52 GMT
Surya Kumar Yadav's Performance : भारत के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव इस वक्त अपने करियर के मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। वह लगातार 20 टी20 अंतरराष्ट्रीय पारियों में अर्धशतक लगाने में नाकाम रहे हैं। नवंबर के बाद से सूर्यकुमार ने सिर्फ 227 रन बनाए हैं, वो भी महज 13.35 के औसत से।
साउथ अफ्रीका सीरीज में भी नहीं बदली कहानी
घरेलू मैदान पर चल रही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में भी सूर्यकुमार की खराब फॉर्म जारी रही। शुरुआती दो मुकाबलों में उन्होंने क्रमशः 12 और 5 रन बनाए, जिससे टीम मैनेजमेंट और फैन्स की चिंता और बढ़ गई है।
आकाश चोपड़ा ने उठाए अहम सवाल
पूर्व भारतीय बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने सूर्यकुमार की फॉर्म पर खुलकर बात की। अपने यूट्यूब चैनल पर चोपड़ा ने कहा कि कप्तान का काम सिर्फ टॉस जीतना या रणनीति बनाना नहीं होता।
उनके शब्दों में, “अगर आप टॉप-4 में बल्लेबाजी करते हैं, तो आपका पहला और सबसे अहम काम रन बनाना होता है।”
औसत और स्ट्राइक रेट दोनों पर सवाल
आकाश चोपड़ा ने सूर्यकुमार के हालिया आंकड़ों को चिंताजनक बताया। उन्होंने कहा कि पिछले 17 मैचों में औसत करीब 14 का रहा है, स्ट्राइक रेट भी प्रभावशाली नहीं है और 25 रन का आंकड़ा भी सिर्फ दो बार पार हुआ है।
कप्तानी पर सवाल नहीं, लेकिन रन जरूरी
चोपड़ा ने यह भी साफ किया कि वह सूर्यकुमार की कप्तानी पर कोई सवाल नहीं उठा रहे। उन्होंने कहा कि टी20 वर्ल्ड कप 2026 में सूर्यकुमार के कप्तान बने रहने पर उन्हें कोई शक नहीं है, लेकिन बड़े टूर्नामेंट से पहले रन बनाना बेहद जरूरी है।
गिल और सूर्यकुमार की फॉर्म टीम के लिए अहम
पूर्व क्रिकेटर ने यह भी जोर दिया कि कप्तान सूर्यकुमार यादव और उपकप्तान शुभमन गिल—दोनों का फॉर्म में होना टीम के आत्मविश्वास के लिए बेहद जरूरी है।
चोपड़ा के मुताबिक, अगर नंबर 3 या 4 पर बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी लंबे समय तक रन नहीं बनाते, तो वर्ल्ड कप जैसे बड़े मंच पर आत्मविश्वास डगमगा सकता है।
वर्ल्ड कप से पहले अलार्म बेल
भारत और श्रीलंका में फरवरी–मार्च 2026 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले सूर्यकुमार यादव की फॉर्म भारतीय टीम के लिए एक बड़ा सवाल बनती जा रही है। आने वाले मुकाबले तय करेंगे कि कप्तान इस दबाव से कैसे बाहर निकलते हैं।