केजरीवाल में AAP को दिखता है राम जैसा त्याग, खुद ही देते हैं ईमानदारी का सर्टिफिकेट

आप सुप्रीमो केजरीवाल ने रविवार को इस्तीफा देने और जनता द्वारा उन्हें "ईमानदारी का प्रमाणपत्र" दिए जाने तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठने की घोषणा की और जल्द चुनाव कराने की मांग की.

Update: 2024-09-16 09:00 GMT

Kejriwal Resignation Announcement : दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने सोमवार (16 सितंबर) को कहा कि उसने नवंबर में दिल्ली में जल्द चुनाव कराने की मांग करके गेंद भाजपा के पाले में डाल दी है और अब ये विपक्षी पार्टी को तय करना है कि वो सीएम अरविंद केजरीवाल का सामना करने के लिए तैयार है या नहीं.

दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल मंगलवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और उसके बाद उनके स्थान पर नए चेहरे के चयन की प्रक्रिया शुरू होगी. उन्होंने कहा कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है.

केजरीवाल कल इस्तीफा देंगे
सौरभ भरद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "आज छुट्टी है और कल सप्ताह का पहला कार्यदिवस है. वह कल उपराज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और इस्तीफा स्वीकार होने के बाद नए नाम पर फैसला करने के लिए पार्टी विधायकों की बैठक होगी."
भारद्वाज ने कहा कि चुने गए उम्मीदवार एलजी के माध्यम से राष्ट्रपति के समक्ष अपना दावा पेश करेंगे. सौरभ भरद्वाज के अनुसार "हमारे पास बहुमत है और हमें आमंत्रित किया जाएगा और फिर शपथ ग्रहण की प्रक्रिया होगी। इसमें एक सप्ताह लगना चाहिए."
आप सुप्रीमो केजरीवाल ने रविवार को इस्तीफा देने और तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठने की घोषणा की, जब तक जनता उन्हें "ईमानदारी का प्रमाणपत्र" नहीं दे देती. उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में जल्द चुनाव कराने की भी मांग की.

विधानसभा भंग करो: भाजपा
वहीँ भाजपा ने कहा है कि अगर केजरीवाल जल्द चुनाव चाहते हैं तो उन्हें अपने इस्तीफे को लेकर यह “ड्रामा” करने के बजाय दिल्ली विधानसभा भंग कर देनी चाहिए.
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारद्वाज ने कहा, "गेंद बीजेपी के पाले में है. अगर वे केजरीवाल का सामना करने के लिए तैयार हैं तो वे समय से पहले चुनाव कराने का फैसला कर सकते हैं." आप के वरिष्ठ नेता ने कहा कि दिल्ली चुनाव पहला चुनाव होगा जो "ईमानदारी" के मुद्दे पर लड़ा जाएगा.
भारद्वाज ने कहा, "केंद्र अपनी सभी एजेंसियों के साथ सीएम के पीछे पड़ा है. उन्होंने उन्हें बदनाम करने की पूरी कोशिश की है. इसके बावजूद, उन्हें लोगों और उनकी ईमानदारी पर भरोसा है। यह एक ऐतिहासिक घटना है."

'एक उदाहरण स्थापित करना'
मंत्री ने कहा कि केजरीवाल की घोषणा से हर जगह आम लोगों के बीच चर्चा शुरू हो गई है. "लोग जल्दी से जल्दी वोट देने के लिए उत्सुक हैं और केजरीवाल को चुनने के लिए जल्दी चुनाव चाहते हैं. भाजपा के खिलाफ नाराजगी है. भगवान राम ने अपने आदर्शों की खातिर अपना राजपाट त्याग दिया था और वनवास जाना चुना था। उनकी जगह चुने गए भरत ने भगवान राम के लौटने का इंतजार किया."
उन्होंने कहा, ‘‘केजरीवाल राम नहीं हैं, लेकिन अपनी कुर्सी छोड़कर एक उदाहरण पेश कर रहे हैं.’’

(एजेंसी इनपुट्स के साथ)


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