एक और मुसीबत में घिरे AAP के सत्येंद्र जैन, 7 करोड़ की रिश्वत पर FIR
दिल्ली के पूर्व PWD मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज हुआ है। उन पर CCTV प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप है।;
करीब पांच महीने से जमानत पर चल रहे दिल्ली के पूर्व कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी नेता सत्येंद्र जैन के लिए नई मुसीबत पैदा हो गई है। दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ रिश्वत लेने के मामले में एफआईआर दर्ज की है।
आरोपों के मुताबिक, रिश्वत भी कोई छोटी-मोटी नहीं, लगभग 7 करोड़ रुपये की है। यह मामला दिल्ली में सीसीटीवी परियोजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है। वह प्रोजेक्ट 571 करोड़ रुपये का था।
जैन पर क्या आरोप?
आरोप है कि केजरीवाल सरकार के समय मंत्री रहने के दौरान सत्येंद्र जैन ने मनमाने ढंग से भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) पर लगाए गए 16 करोड़ रुपये के लिक्विडेटेड डैमेज (एलडी) यानी हर्जाने को माफ कर दिया।
बीईएल पर यह हर्जाना दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में 1.4 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने में देरी पर लगाया गया था। हर्जाना माफ करने की जो वजह पता चली, वो बेहद हैरान करने वाली है।
आरोप है कि हर्जाना माफ करने के बदले दिल्ली के पूर्व कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन ने 7 करोड़ रुपये की रिश्वत ली।
जैन के खिलाफ शिकायत करने वाले का ये भी आरोप है कि 7 करोड़ की रिश्वत उसी ठेकेदार के जरिए दी गई, जिसे दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में अतिरिक्त कैमरे लगाने का ठेका मिला था।
सत्येंद्र जैन बड़ी मुश्किल से जमानत पर छूटकर जेल से बाहर आए थे। अब नए मामले में घिर जाने के बाद उनकी मुसीबत और बढ़ गई है।