अहमदाबाद विमान हादसा: टेकऑफ के 5 मिनट में कैसे गिरा विमान? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट
Air India accident: अहमदाबाद हादसे ने देशभर में विमानन सुरक्षा पर चिंता बढ़ा दी है. हादसे की वजह जो भी हो, इसकी निष्पक्ष और तेज जांच जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियां दोहराई न जाएं.;
Ahmedabad plane crash: गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की फ्लाइट टेकऑफ के कुछ मिनटों बाद क्रैश हो गई. एयरपोर्ट से उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान बेकाबू होकर पास के मेघानीनगर इलाके में जा गिरा. जिसके बाद आसमान में धुएं का विशाल गुबार उठने लगा और इलाके में दहशत फैल गई. विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें पायलट और केबिन क्रू भी शामिल थे.
हालांकि, यह हादसा महज एक तकनीकी विफलता नहीं, बल्कि सुरक्षा से जु़ड़ा सवाल भी बनकर उभरा है. इसने देश के एविशन सिस्टम, एयर ट्रैफिक कंट्रोल और उड़ान सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. फिलहाल हादसे की जांच शुरू हो चुकी है. लेकिन इस घटना ने एविएशन इंडस्ट्री के विशेषज्ञों और पूर्व पायलटों को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम वाकई सुरक्षित हैं?
पूर्व पायलट नरेश बेरी ने बताया कि विमान को देखकर ऐसा लग रहा था मानो कि उसका इंजन पावर नहीं दे रहा था. इसके अलावा सेंट्रल ऑफ ग्रेविटी शिफ्ट होना भी एक दिक्कत हो सकती है. क्योंकि, लैडिंग गेयर ऊपर गए ही नहीं. क्योंकि, सामान्य तौर पर 50 फीट पर लैडिंग गेयर बंद कर दिए जाते हैं. लेकिन यहां तो करीब 650 फीट तक लैडिंग गेयर खुले देखे गए.
उन्होंने बताया कि विमान की टेल भी पीछे की तरफ झुकी हुई थी. इसके अलावा इस तरह के हादसो में टायर फटने या फिर किसी चीज के इंजन और विंग्स (पंख) से टकराने की आशंका भी बने रहती है. इस तरह कोई भी वजह विमान हादसे का कारण बन सकती है. हालांकि, यह तो जांच से ही पता चल पाएगा कि आखिर इस हादसे की असल वजह क्या थी.
उन्होंने बताया कि इस तरह के हादसे में सुरक्षित लैंडिग की संभावना बिल्कुल भी नहीं रहती है. क्योंकि, कुछ मिनटों में प्लैन में इतनी पावर या रफ्तार नहीं रहती कि विमान को सेफ जमीन पर उतारा जा सके. विमान किसी भारी चीज सा नीचे की तरफ गिरने लगता है.
Boeing 787 सुरक्षित विमान
विशेषज्ञों का कहना है कि Dreamliner विमान आमतौर पर लॉन्ग-हॉल इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए इस्तेमाल होते हैं और ये दुनिया के सबसे एडवांस्ड जेट्स में गिने जाते हैं. यह विमान अत्याधुनिक तकनीक से लैस होता है, जिनमें ऑटो थ्रॉटल, ट्रिपल ऑटोपायलट सिस्टम और हाई-फ्यूल एफिशिएंसी जैसे फीचर्स होते हैं. ऐसे में इस विमान का क्रैश होना काफी असामान्य बात है.
जांच के आदेश
विमानन महानिदेशालय (DGCA) और एयर इंडिया दोनों ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं. बताया जा रहा है कि ब्लैक बॉक्स की बरामदगी हो चुकी है, जिसे डिकोड करने में कुछ दिन लग सकते हैं.