दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज और तीन विधायकों पर FIR दर्ज
दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता की शिकायत पर सौरभ भारद्वाज व तीन विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है. शनिवार को सौरभ भारद्वाज और तीन विधायकों ने विजेंद्र गुप्ता के पैर पकड़ कर उन्हें रोका था. गुप्ता का आरोप है कि उनके साथ हाथापाई भी की गयी.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-10-06 17:26 GMT
Delhi Ministers VS LOP : दिल्ली के उपराज्यपाल के निवास के बाहार शनिवार को बीएस मार्शलों की बहाली को लेकर हुए राजनितिक ड्रामा अब क़ानूनी केस में तब्दील हो चुका है. विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज व तीन विधायकों के खिलाफ जबरन रास्ता रोकना और धक्का मुक्की के आरोपों के तहत एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस ने फिलहाल एफआईआर दर्ज कर ली है.
सिविल लाइन्स थाने में दर्ज हुई एफआईआर
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता की शिकायत के आधार पर आप विधायकों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में बीएनएस जी धारा 351(2) (आपराधिक धमकी), 126(2) (गलत तरीके से रोकना) और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के अन्य प्रासंगिक प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज की है. हालाँकि पुलिस की तरफ से इस मामले पर अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है.
मेरे नेतृत्व में भाजपा विधायक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री @AtishiAAP से मिलने गया था। हमने 10,000 से अधिक बस मार्शलों की तत्काल बहाली की मांग की, जिन्हें उनके पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निर्दयतापूर्वक बर्खास्त कर दिया था।
— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) October 6, 2024
यह बैठक पूरी तरह से मुख्यमंत्री को बेनकाब कर गई!… pic.twitter.com/KdKOIDbdjR
विजेंद्र गुप्ता ने ये आरोप लागाये
नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि आप विधायक व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अन्य विधायकों कुलदीप कुमार, जरनैल सिंह और रोहित महरोलिया के साथ मिलकर गुप्ता के साथ अभद्र व्यवहार किया और हाथापाई भी. उन्होंने आरोप लगाया कि ये तब हुआ जब भाजपा विधायकों ने मार्शलों के मुद्दे पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को एक ज्ञापन सौंपा.
गुप्ता ने कहा कि जब वे बैठक से निकल रहे थे तो सचिवालय परिसर में मौजूद आप विधायकों ने दुर्व्यवहार किया और हाथापाई की. इस शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है.
क्या हुआ था
दरअसल शनिवार को सौरभ भारद्वाज और अन्य आप नेताओं को गुप्ता के चरणों में लेटते हुए देखा गया. आप विधायक उनसे अनुरोध करते दिखे कि वे उनके साथ उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के घर चलें ताकि बस मार्शलों पर कैबिनेट नोट पर उनकी मंजूरी मिल सके. इतना ही नहीं खुद मुख्यमंत्री आतिशी जबरन विजेंद्र गुप्ता की गाड़ी में पिछली सीट पर जाकर बैठ गयीं.
शनिवार को बस मार्शलों की बहाली के मुद्दे पर आप और भाजपा विधायकों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए.
भाजपा विधायकों के साथ मिलकर आप सरकार ने की उपराज्यपाल से मुलाकात
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भाजपा विधायकों के साथ उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से मुलाकात की और बस मार्शलों की बहाली के लिए एक कैबिनेट नोट सौंपा, लेकिन यह क्षण भर के लिए ठंडा पड़ गया, क्योंकि आप नेताओं ने जल्द ही इस मुद्दे पर भाजपा पर "विश्वासघात" का आरोप लगाया.
आतिशी ने लगाये थे भाजपा पर आरोप
उपराज्यपाल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने बस मार्शलों के साथ विश्वासघात किया है. "सबसे पहले, भाजपा विधायक एलजी से मिलने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन हम किसी तरह उन्हें अपने साथ लाने में कामयाब रहे। लेकिन यहां आने के बाद भी उन्होंने एलजी से एक बार भी कैबिनेट नोट पर हस्ताक्षर करने के लिए नहीं कहा."
आतिशी ने कहा कि यह भाजपा द्वारा किया गया पूर्ण विश्वासघात है और अब बस मार्शलों को बहाल करने की जिम्मेदारी उन पर है.