रेखा गुप्ता सरकार के 100 दिन पूरे, क्या मिला दिल्ली वालों को? कांग्रेस बोली - वेंटिलेटर पर पहुंचा दिया
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि इन 100 दिनों में हमने हर वादा ज़मीन पर उतारने की दिशा में प्रभावी काम किया है. उन्होंने कहा, बदलाव की नींव रखी जा चुकी है;
दिल्ली में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार के 100 दिन पूरे हो गए. दिल्ली में बीजेपी के लिए फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों ने 27 सालों का लंबा वनवास खत्म हो गया. बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंका. सत्ता में आने के लिए बीजेपी ने चुनावों से पहले वादों की झड़ी लगा दी थी. ऐसे में सवाल उठता है कि अब जबकि दिल्ली में 4 इंजन की सरकार है जो वादे कर बीजेपी सत्ता में आई इन 100 दिनों में कौन-कौन से वादे रेखा गुप्ता की सरकार पूरा करने में सफल रही है?
आयुष्मान भारत और वय वंदना योजना योजना लागू
बीजेपी ने सत्ता में आने से पहले जनता से सीधे सरोकार वाले वैसे तो कई वादे किए थे. लेकिन बीते 100 दिनों में केवल 2 वादे ही हैं जो जमीन पर उतारा जा सका है. और ये योजनाएं भी ऐसी है जो केंद्र की मोदी सरकार की योजना का एक्सटेंशन है. रेखा सरकार ने पहले 100 दिनों में आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू कर दिया है. तो 70 साल से ज्यादा आयु के बुजुर्गों के लिए 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराने के लिए वय वंदना योजना शुरू की गई है. दिल्ली सरकार इस योजना के लाभार्थियों के लिए कार्ड बना रही है.
आरोग्य मंदिर कब तक बनेगा?
दिल्ली सरकार ने मोहल्ला क्लिनिकों को आरोग्य मंदिर में बदलने का वादा किया है. हालांकि दिल्ली स्टेट हेल्थ मिशन के अधिकारियों के मुताबिक मोहल्ला क्लिनिकों के आरोग्य मंदिर में बदलने की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हुई है. सरकार ने 1119 आरोग्य मंदिर खोलने का लक्ष्य तय किया है. हालांकि दिल्ली में केवल 500 मोहल्ला क्लिनिक चल रहे हैं. ऐसे में 600 से ज्यादा आरोग्य मंदिर कहां खोले जायेंगे ये बड़ा सवाल है.
महिलाओं के खाते में नहीं आए 2500 रुपये
विधानसभा चुनाव के दौरान दिल्ली बीजेपी ने वादा किया था कि सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में महिलाओं को 2500 रुपये महीना देने का प्रस्ताव पास किया जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी चुनावी रैलियों में इस बात की घोषणा की थी कि महिलाओं को 2500 रुपये महीना देने का प्रस्ताव पास किया जाएगा. दिल्ली सरकार ने इस योजना के लिए 5,100 करोड़ रुपये के बजट भी प्रावधान किया है. लेकिन 100 दिनों में महिलाओं के खाते में पैसा नहीं आया है. गरीब महिला की पेंशन 2500 से 3000 करने और गर्भवती महिलाओं के लिए 21 हजार रुपये की आर्थिक सहायता और 6 पोषण किट के लिए भी 210 करोड़ रुपये का बजट आवंटित है लेकिन योजना अभी तक लागू नहीं हो पाई है. 500 रुपये में सस्ता एलपीजी सिलेंडर का वादा भी अधूरा है.
पांच रुपये में भरपेट भोजन का वादा
बीजेपी ने झुग्गी-झोपड़ियों में पांच रुपये में पौष्टिक भोजन और गरीब छात्रों के लिए केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा देने का भी वादा किया है. 100 अटल कैंटीन और मुफ्त शिक्षा के लिए योजनाएं अभी तैयार की जा रही है. मुख्यमंत्री ने आजादपुर मंडी में पहले अटल कैंटीन की घोषणा की है, बजट में 100 करोड़ आवंटित भी कर दिए हैं पर योजना पर अमल होना अभी बाकी है.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का बड़ा दावा
हालांकि दिल्ली की मुख्यमंत्री 100 दिनों के अपने कार्यकाल की उपलब्धियों पर अपनी सरकार की पीठ थपथपा रही हैं. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि इन 100 दिनों में हमने हर वादा ज़मीन पर उतारने की दिशा में प्रभावी काम किया है. उन्होंने कहा, बदलाव की नींव रखी जा चुकी है, विकास की रफ्तार अब थमेगी नहीं. दिल्ली अब सुशासन और सेवा के संकल्प के साथ, निरन्तर आगे बढ़ती रहेगी.
दिल्ली वेंटिलेटर पर
हालांकि दिल्ली की बीजेपी सरकार के अधूरे वादे को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है. रेखा सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने से लेकर महिला सशक्तिकरण, नशे पर काबू पाना, नालों की सफाई, प्रदूषण से निजात दिलाने में विफल रही है. उन्होंने कहा कि जिस हरी भरी और स्वस्थ दिल्ली को कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार छोड़कर गई थी,उसको पहले केजरीवाल ने बीमार कर दिया और बीजेपी सरकार ने आईसीयू में पहुंचा दिया है. उन्होंने कहा, रेखा सरकार ने 100 दिनों में दिल्ली को वेंटिलेटर पर पहुंचा दिया है.