गुजरात पर छाया बाढ़ का साया : नदियां उफान पर, सड़कें कटीं, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ तैनात
बनासकांठा से महिसागर तक मूसलाधार बारिश से नदियाँ उफान पर हैं, बांध ओवरफ्लो हो रहे हैं, भूस्खलन हो रहा है और एक व्यक्ति के मारे जाने की आशंका है।;
Flood Situation In Guajarat : गुजरात भर में हुई मूसलाधार बारिश से नदियाँ उफान पर आ गईं और कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। ऊपरी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण नदियों में पानी का बहाव तेज़ हो गया, जिससे बांधों में पानी भरकर बहने लगा और जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की राहत-बचाव कार्रवाई
इस स्थिति के बीच राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमें विभिन्न जिलों में राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
बचाव अभियान सफल रहे
बनासकांठा जिले में अमीरगढ़ के पास बनास नदी की तेज़ धारा में एक युवक 16 घंटे तक फंसा रहा। वह अपनी जान बचाने के लिए चट्टानों से चिपक कर खड़ा रहा। आखिरकार एसडीआरएफ ने जोखिम भरे अभियान के जरिए युवक को सुरक्षित बाहर निकाला। इस बचाव कार्य की स्थानीय लोगों ने सराहना की।
साबरकांठा जिले के खेड़ब्रह्मा क्षेत्र में महिलाएँ और बच्चों समेत नौ लोग मवेशी चराते समय उफनती साबरमती नदी में फँस गए। एनडीआरएफ ने तुरंत रेस्क्यू अभियान चलाकर सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
धरोई बांध के गेट खोले गए
मेहसाणा जिले में धरोई बांध के आठ गेट 9.25 फीट तक खोले गए, जिससे साबरमती नदी का जलस्तर बढ़ गया। अहमदाबाद में नदी का पानी दोनों किनारों से ऊपर आकर रिवरफ्रंट की वॉकवे को डुबो गया। गांधीनगर के मानसा तालुका में भी नदी उग्र रूप में बहती देखी गई।
भुज में मगरमच्छों का आतंक
कच्छ जिले के भुज क्षेत्र में भींदियारा गाँव के पास पापड़ी नदी में दो मगरमच्छ साथ-साथ देखे गए, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई।
उधर, राजकोट जिले के ऊपलेटा में मोज बांध एक बार फिर से ओवरफ्लो हो गया, जिसके बाद अधिकारियों ने डाउनस्ट्रीम गाँवों को अलर्ट जारी किया और लोगों को नदी किनारे जाने से मना किया।
अरावली जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे श्यामलाजी–उदयपुर हाईवे पर चट्टानें गिर गईं और रास्ता बंद हो गया। हाईवे प्राधिकरण ने ट्रैफिक बहाली के लिए चट्टानों को हटाने का काम शुरू कर दिया है।
भूस्खलन में एक के मारे जाने की आशंका
महीसागर जिले के संतलपुर तालुका के मंगरह और भमरिकुंडा गाँवों के बीच की पहाड़ियों में लगभग 200 मीटर लंबा सड़क का हिस्सा रविवार को ध्वस्त हो गया। पिछले दो दिनों में हुई मूसलाधार बारिश से यह भूस्खलन हुआ।
जानकारी के अनुसार, इस दौरान एक निजी वाहन पहाड़ी से नीचे गिर गया, जिसे अब तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। एक व्यक्ति की मौत की आशंका जताई जा रही है। संतलपुर के मामलतदार और एसडीआरएफ की बचाव टीम मौके पर पहुँच गई है और वाहन को निकालने का प्रयास कर रही है।
खास बात यह है कि मंगरह–भमरिकुंडा मार्ग मध्य गुजरात को राजस्थान से जोड़ने वाली अहम सड़क है। भूस्खलन के बाद जिला प्रशासन ने मार्ग के लगभग पाँच किलोमीटर लंबे हिस्से को बंद कर दिया है।
महीसागर कलेक्टर अर्पित सागर ने कहा, “हमने स्थानीय लोगों और यात्रियों को मंगरह की पहाड़ी सड़क से दूर रहने की सलाह दी है। भूस्खलन के बाद सड़क पर बड़ी दरारें पड़ गई हैं। अब मध्य गुजरात से राजस्थान जाने वाले यात्रियों को खेड़ा जिले के रास्ते वैकल्पिक मार्ग लेना होगा।”