आईएएस कोचिंग : दिल्ली के महंगे इंस्टिट्यूट न सफलता की गारंटी न जान की
अब जब ओल्ड राजेन्द्र नगर में एक नामी इंस्टिट्यूट राउस आईएएस स्टडी सर्किल में जो हादसा हुआ है तो सवाल ये भी खड़ा हो गया है कि इतनी मोटी फीस वसूलने वाले ये संसथान ऐसी घटनाओं पर पीड़ित छात्रों के परिवार को मुआवजा देंगे या नहीं.
Old Rajendra Nagar Coaching Incident: देश के अधिकतर युवाओं का सपना यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा को पास कर आईएएस, आईपीएस बनने का होता है. इसके लिए जी तोड़ पढाई तो करनी ही पढ़ती है, साथ ही दिल्ली जैसे शहर के नामी कोचिंग सेंटर में इस परीक्षा की तैयारी करने के लिए जेब भी मोटी ढीली करनी होती है. कोचिंग संस्थान इस चुनौतीपूर्ण परीक्षा के लिए उम्मीदवारों की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका बेशक निभाते हैं, लेकिन उनकी फीस में काफी अंतर होता है. साल की लाखों रुपये फीस वॉली जाती है लेकिन हर बच्चा जो इनसे कोचिंग ले रहा है, वो परीक्षा में पास हो जाये इसकी कोई गारंटी नहीं होती और अब ओल्ड राजेंद्रे नगर में जो घटना हुई है, उसने ये भी साफ़ कर दिया है कि इस कोचिंग सेंटर में पढने वालों की जान सही सलामत रहे इसकी भी कोई गारंटी नहीं है, क्योंकि सफलता छात्र के अपने परिश्रम और उसकी काबिलियत पर निर्भर करता है, कोचिंग सेंटर बस उसे एक गति प्रदान कर सकते हैं.
कुछ इंस्टिट्यूट की फीस ( ये अनुमानित फीस है, जो अलग अलग रिसर्च रिपोर्ट के आधार पर है)
वाजीराव एंड रेड्डी आईएएस इंस्टीट्यूट 50,000 रुपये - 2,50,000 रुपये, 150-200 छात्र, योजना आईएएस कोचिंग 82,600 रुपये - 2 लाख रुपये, 35-40 छात्र, क्लियर आईएएस 1,00,000 रुपये 1,50,000 रुपये, 100-150 छात्र, दृष्टि आईएएस 1 लाख से डेढ़ लाख रूपये, 100 से 150 छात्र.