नफे सिंह मर्डर केस में BJP नेता समेत 12 पर केस, हरियाणा सरकार ने दिए CBI जांच के आदेश
हरियाणा पुलिस ने पूर्व भाजपा विधायक नरेश कौशिक और 11 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। गृह मंत्री अनिल विज ने विधानसभा में कहा कि राठी की हत्या की सीबीआई जांच की जाएगी।;
हरियाणा के झज्जर जिले में रविवार, 25 फरवरी को इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की रेलवे फाटक के पास दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात के सिलसिले में भाजपा नेता नरेश कौशिक समेत 12 लोगों पर हत्या और साजिश रचने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने राज्य विधानसभा को सूचित किया है कि इस मामले की CBI जांच कराई जाएगी।
आरोपियों में दिग्गज नाम शामिल
हत्या के मामले में जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, उनमें भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, बहादुरगढ़ नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष सरोज राठी के पति रमेश राठी, उनके करीबी रिश्तेदार करमबीर राठी और कमल राठी, पूर्व मंत्री मंगे राम राठी के बेटे सतीश नंबरदार, पोते गौरव, और राहुल, साथ ही पाँच अज्ञात हमलावरों के नाम शामिल हैं। इन सभी पर हत्या, आपराधिक षड्यंत्र और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
हत्या की भयावह वारदात
नफे सिंह राठी के भतीजे राजेश ने पुलिस को बताया कि वारदात के वक्त 66 वर्षीय INLD नेता उनके साथ टोयोटा फॉर्च्यूनर SUV की अगली सीट पर बैठे थे। पीछे की सीट पर एक गनर और पार्टी का एक सहयोगी मौजूद था। जब गाड़ी बहादुरगढ़ की ओर जा रही थी और बराही रेलवे क्रॉसिंग पर रुकी थी, तभी पीछे से एक कार आकर रुकी।
राजेश के अनुसार, कार से पाँच हथियारबंद हमलावर निकले और उन्होंने SUV पर करीब 20 गोलियां चलाईं। गोलीबारी के बाद, एक हमलावर ने राजेश से कहा कि उसे जानबूझकर जिंदा छोड़ा जा रहा है ताकि वह परिवार को जाकर बता दे कि अगर उन्होंने नरेश कौशिक, करमबीर, सतीश, गौरव, राहुल और कमल के खिलाफ अदालत का रुख किया, तो उन्हें भी मार दिया जाएगा।
राजनीतिक रंग और जन आक्रोश
इस नृशंस हत्या ने पूरे हरियाणा को झकझोर दिया है। INLD नेता नफे सिंह राठी और उनके साथी जय किशन की हत्या को लेकर उनके परिजनों और समर्थकों ने साफ किया है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे दाह संस्कार नहीं करेंगे। 26 फरवरी को परिजनों और समर्थकों ने बहादुरगढ़ के सिविल अस्पताल के सामने सड़क जाम कर दिया, जहाँ दोनों शव रखे गए हैं।
विपक्ष का हमला और CBI जांच की घोषणा
इस मामले ने राज्य की राजनीति में उबाल ला दिया है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने खट्टर सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए इसे "राजनीतिक हत्या" करार दिया है। सोमवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्ष ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच की मांग की।
हालाँकि, गृह मंत्री अनिल विज ने आश्वासन दिया कि अगर विधानसभा CBI जांच से संतुष्ट होती है, तो मामला CBI को सौंपा जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
यह मामला न सिर्फ हरियाणा की राजनीति को झकझोर रहा है, बल्कि राज्य की कानून व्यवस्था और सत्ताधारी दल के भीतर की अंतर्कलह को भी उजागर कर रहा है। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि क्या वाकई दोषियों को सज़ा मिल पाएगी या यह मामला भी राजनीतिक धूल में दब जाएगा।