सुरक्षा बलों ने मार गिराया लश्कर का शीर्ष कमांडर, जानें इस ऑपरेशन का 'बिस्किट' कनेक्शन

बिस्किट ने आतंकवाद विरोधी अभियान में अहम भूमिका निभाई. जिसकी वजह से श्रीनगर में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक हाई-प्रोफाइल कमांडर मार गिराया गया.;

Update: 2024-11-03 15:57 GMT

Jammu Kashmir anti-terrorism operation: आपको यह जानकार हैरानी होगी कि आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों के सफल अभियान में बिस्किट ने अहम भूमिका निभाई. लेकिन यह सच है. जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ बिस्किट का सहारा लिया. जिससे ऑपरेशन सफल रहा और एक हाई-प्रोफाइल आतंकवादी मारा गया.

बिस्किट ने आतंकवाद विरोधी अभियान में अहम भूमिका निभाई. जिसकी वजह से श्रीनगर में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक हाई-प्रोफाइल कमांडर मार गिराया गया. लश्कर के पाकिस्तानी कमांडर उस्मान के खिलाफ ऑपरेशन के दौरान आवारा कुत्तों की चुनौती से निपटने में बिस्किट ने नाश्ते के रूप में अहम भूमिका निभाई.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरक्षा बलों को खानयार के घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्र में उस्मान की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके कारण ऑपरेशन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए नौ घंटे की सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई थी. जिससेक कि कम से कम नुकसान हो.

हालांकि, इस ऑपरेशन के दौरान एक महत्वपूर्ण चिंता आवारा कुत्तों की मौजूदगी थी. क्योंकि उनके भौंकने से आतंकवादी सतर्क हो सकते थे. इस समस्या से निपटने के लिए खोजी दलों को लक्ष्य के पास पहुंचने पर कुत्तों को शांत करने के लिए बिस्किट दिए गए थे. पूरा ऑपरेशन फज्र (सुबह की नमाज) से पहले किया गया था, जिसमें सुरक्षा बलों ने 30 घरों के चारों ओर घेरा बनाया था.

वहीं, स्थिति तब और बिगड़ गई, जब एके-47, एक पिस्तौल और कई ग्रेनेड से लैस उस्मान ने सुरक्षा बलों के साथ भीषण गोलीबारी की. मुठभेड़ के दौरान कई ग्रेनेड फट गए, जिससे इमारत में आग लग गई. सुरक्षाकर्मियों ने आग को आसपास की इमारतों में फैलने से रोकने के लिए तुरंत काबू पा लिया. कई घंटों की भीषण गोलीबारी के बाद उस्मान को मार गिराया गया. हालांकि, इस मुठभेड़ में चार सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए, जिनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है.

यह ऑपरेशन स्थानीय पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का संयुक्त अभियान था. अधिकारियों का कहना है कि घाटी के इलाकों से अच्छी तरह वाकिफ उस्मान ने 2000 के दशक की शुरुआत में अपनी गतिविधियों की शुरुआत करने के बाद से कई आतंकी हमलों की योजना बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. पाकिस्तान में कुछ समय बिताने के बाद वह 2016-17 के आसपास फिर से इस क्षेत्र में घुस आया और पिछले साल पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर वानी की गोली मारकर हत्या करने में शामिल था.

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