CM चेहरा नहीं अहम है मुद्दा लेकिन लीडर तेजस्वी ही- कन्हैया कुमार
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने साफ किया कि बिहार चुनाव में महागठबंधन से सीएम तेजस्वी यादव होंगे। मुद्दों को चुनाव का केंद्र बताते हुए BJP की रणनीति पर हमला बोला।;
Bihar Election 2025: आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पहले ही कह चुके हैं कि अगर जनता ने महागठबंधन को सरकार बनाने का मौका दिया तो सीएम तेजस्वी यादव ही होंगे। उनके इस बयान के बाद अब बिहार कांग्रेस के कद्दावर नेता कन्हैया कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में महागठबंधन को बहुमत मिलता है, तो मुख्यमंत्री राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से होगा और तेजस्वी यादव इसके एकमात्र और निर्विवाद चेहरे हैं। उन्होंने कहा कि इस पर न कोई भ्रम है, न विवाद।
मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर साजिश
कन्हैया ने आरोप लगाया कि विरोधी दल जानबूझकर इस मुद्दे को हवा दे रहे हैं ताकि जनता के असल मुद्दों से ध्यान हटाया जा सके। उन्होंने कहा, “विपक्षी दलों की ये साजिश है कि जनता के मुद्दों जैसे बेरोजगारी, पलायन, शिक्षा, कृषि संकट, परीक्षा में धांधली और खराब स्वास्थ्य व्यवस्था से ध्यान भटकाया जाए और मुख्यमंत्री के चेहरे की बहस छेड़ दी जाए।
राजद की स्वाभाविक भूमिका
कन्हैया ने महागठबंधन की संरचना को एक कार के विभिन्न हिस्सों से तुलना करते हुए कहा, क्लच, ब्रेक और रियरव्यू मिरर सभी जरूरी हैं। उन्होंने कहा, राजद सबसे बड़ी पार्टी है, उनके पास सबसे अधिक विधायक हैं, और वे महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं, इसलिए स्वाभाविक है कि मुख्यमंत्री भी उसी दल से होगा। तेजस्वी यादव को लेकर महागठबंधन में कोई असमंजस नहीं है। जनता तय करती है कि मुख्यमंत्री कौन होगा। जिसके पास संख्या होगी, वही मुख्यमंत्री बनेगा और यह तय है कि वह राजद से होगा।
'नीतीश को हटाने की साजिश'
कन्हैया ने दावा किया कि जैसे ही बीजेपी को मौका मिलेगा, वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हटा देगी और अपने नेता को कुर्सी पर बैठा देगी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी का ढांचा ऐसा ही होता है—पहले किसी क्षेत्रीय दल का साथ लेना और बाद में उसे “धीरे-धीरे निगल जाना”। उन्होंने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे अमित शाह ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया और फिर उन्हें भी हटा दिया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ नहीं बन पाएगा मुद्दा'
कन्हैया कुमार ने यह भी कहा कि बीजेपी जानती है कि ऑपरेशन सिंदूर जैसे सैन्य मुद्दों को चुनाव में उठाना बिहार के लोगों को पसंद नहीं आएगा। यह देश की प्रतिष्ठा से जुड़ा मुद्दा है, इसे राजनीति का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए,” उन्होंने कहा।
'सभी 243 सीटों पर साझा चुनाव'
जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, तो उन्होंने कहा कि राजद, कांग्रेस, वाम दल और मुकेश सहनी की पार्टी सभी मिलकर 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हमारी भूमिका बड़ी या छोटी नहीं, बल्कि सामूहिक है।
'बदलाव की लहर'
कन्हैया ने दावा किया कि इस बार बिहार में बदलाव की हवा पिछले चुनाव से कहीं तेज है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार नौकरशाहों के अधीन एक तानाशाही शैली में चलाई जा रही है, और जनता बदलाव के लिए मतदान करेगी।
पिछली विधानसभा में राजद ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 75 जीते थे। कांग्रेस ने 70 में से 19 सीटें जीती थीं, जबकि सीपीआई (एमएल) लिबरेशन ने 19 में से 12 सीटें जीती थीं। अनुमान है कि 2025 के चुनाव अक्टूबर-नवंबर के आसपास होंगे।
(पीटीआई इनपुट के साथ)