कर्नाटक सरकार ने किया साफ: ट्रंप के बयान से iPhone प्रोजेक्ट को कोई खतरा नहीं

डोनाल्ड ट्रंप की भारत में iPhone निर्माण पर टिप्पणी से भले ही अस्थायी चिंता फैली हो. लेकिन भारत और विशेष रूप से कर्नाटक में Apple की उत्पादन योजनाएं पूरी तरह सुरक्षित और विस्तारित होती नजर आ रही हैं.;

Update: 2025-05-17 17:41 GMT

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हाल ही में कतर के दोहा में Apple के CEO टिम कुक के साथ बैठक के दौरान भारत में iPhone निर्माण को लेकर दिए गए बयान ने कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों में असमंजस और चिंता की स्थिति पैदा कर दी है. हालांकि, कर्नाटक सरकार ने स्पष्ट किया है कि ट्रंप के बयान का राज्य में चल रहे iPhone उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ेगा और सभी परियोजनाएं सुचारू रूप से जारी रहेंगी.

ट्रंप के बयान से उठा विवाद

15 मई को दोहा में हुए एक व्यापार सम्मेलन में डोनाल्ड ट्रंप ने टिम कुक से कहा कि iPhone का उत्पादन भारत में न किया जाए, बल्कि अमेरिका में उत्पादन को प्राथमिकता दी जाए. इस टिप्पणी को भारत में उत्पादन विरोधी संदेश के रूप में देखा गया, जिससे चिंता उत्पन्न हुई.

कर्नाटक सरकार की सफाई

कर्नाटक के औद्योगिक मंत्री एम.बी. पाटील* ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि राज्य में iPhone निर्माण से जुड़ी परियोजनाएं पूरी तरह तैयार हैं और जल्द ही उत्पादन शुरू होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि बेंगलुरु के नज़दीक देवनहल्ली में Foxconn का प्लांट 300 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें लगभग 22,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है और इससे 50,000 नौकरियां पैदा होंगी. Foxconn के CEO ल्यू यंग वे ने हाल ही में इस प्लांट का दौरा किया था. उत्पादन जून 2025 तक शुरू होने की उम्मीद है और 2027 तक यह पूर्ण क्षमता पर कार्य करेगा.

उत्तर कर्नाटक को भी मिलेगा लाभ

सरकार ने घोषणा की है कि Foxconn के इस प्लांट में उत्तर कर्नाटक के युवाओं को भी रोजगार दिया जाएगा. इसके लिए डिप्लोमा, ITI और इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स के लिए जॉब फेयर आयोजित किए जाएंगे. सरकार ने तय किया है कि कुल 50,000 में से 10,000 नौकरियां उत्तर कर्नाटक के लोगों को दी जाएंगी.

अन्य राज्यों में भी उत्पादन तेज

केवल कर्नाटक ही नहीं, बल्कि तमिलनाडु में भी Apple के निर्माण प्लांट तेजी से कार्यरत हैं. श्रीपेरुंबुदूर में Foxconn का एक और प्लांट है, जहां 40,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं. वहीं, चेन्नई के पास पेकाट्रॉन प्लांट अब टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ मिलकर काम कर रहा है. आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना में भी Apple से जुड़े विभिन्न कलपुर्जों का निर्माण हो रहा है.

केंद्र और Apple की स्थिति स्पष्ट

भारत सरकार और Apple दोनों ने स्पष्ट किया है कि भारत में iPhone या उनके पार्ट्स के निर्माण की योजनाओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है. Apple ने कहा कि भारत हमारी वैश्विक सप्लाई चेन का एक अहम हिस्सा बना रहेगा. विश्लेषकों का मानना है कि 2025 तक भारत से iPhone के कुल वैश्विक निर्यात का 20-25% हिस्सा आएगा, जो अभी 12-14% है.

भारत में 2 लाख नौकरियां

Apple और इससे जुड़ी कंपनियों की गतिविधियों से भारत में अब तक लगभग 2 लाख नौकरियां सृजित हो चुकी हैं. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में भारत से ₹1.5 लाख करोड़ मूल्य के iPhones निर्यात किए गए हैं.

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