Kurnool bus accident: झुलसे यात्रियों की पहचान के लिए DNA टेस्ट जारी
जख्मी यात्रियों को कुरनूल के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों का कहना है कि गुमशुदा यात्रियों के जीवित रहने की संभावना बनी हुई है।
आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के बाहरी इलाके में शुक्रवार (24 अक्टूबर) तड़के हुए बस हादसे में झुलसे यात्रियों की पहचान के लिए DNA टेस्ट किए जा रहे हैं, जबकि उनके परिजन चिंता और बेचैनी में इंतजार कर रहे हैं। फोरेंसिक डॉक्टरों और अधिकारियों ने हादसे के पीड़ितों की पहचान के लिए DNA प्रक्रिया शुरू की। रिपोर्ट्स के अनुसार, हैदराबाद और बेंगलुरु से चल रही स्लीपर बस में सवार 42 यात्रियों में से कम से कम 22 की मौत हो गई। यह दुखद घटना राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के पास उल्लिंदाकोंडा में हुई, जब बस reportedly एक दोपहिया वाहन से टकरा गई और उसमें आग लग गई।
गुमशुदा यात्रियों को लेकर सवाल
कुछ यात्रियों ने वाहन से कूदकर अपनी जान बचाई। इनमें से एक यात्री, गुणसाई, जो सुरारम से बस में सवार हुआ था, अभी तक खोजा नहीं गया है और उनका फोन बंद है, जिससे परिवार में चिंता बढ़ गई है। हादसे वाली बस में JNTU से तीन लोग सवार हुए थे। इनमें से एक के जीवित होने की पुष्टि हुई, लेकिन अन्य दो अब तक नहीं मिले। उनके फोन भी संपर्क में नहीं हैं।
जख्मी अस्पताल में भर्ती
जख्मी यात्रियों को कुरनूल के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों का कहना है कि गुमशुदा यात्रियों के जीवित रहने की संभावना बनी हुई है। उन्होंने कहा कि फोन न पहुंचने का मतलब यह नहीं कि वे जीवित नहीं हैं। संभावना है कि अगर यात्री बचे भी हैं तो उनका फोन आग में फंसी बस में रहकर या तो नष्ट हो गया होगा या बैटरी खत्म हो गई होगी। हादसे की खबर फैलते ही बस में सवार लोगों के परिजन कुरनूल सरकारी अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के बाहर चिंता और थकान से भरे चेहरे देखे गए, जो अपने प्रियजनों के जीवित होने की पुष्टि की प्रतीक्षा कर रहे थे।