राहुल गांधी का दावा: महादेवपुरा के एक घर में 80 वोटर? ग्राउंड रिपोर्ट में क्या निकला सच

हकीकत यह है कि निर्वाचन सूची में 80 नाम उस पते से जुड़े हैं, लेकिन उनमें से कई पूर्व किरायेदारों के हैं, जिन्होंने पता बदलने के बावजूद नई जानकारी अपडेट नहीं करवाई। वर्तमान में वहां केवल दीपांकर रह रहे हैं और कोई ऐसा सबूत नहीं मिला, जिससे यह सिद्ध हो कि वर्तमान में 80 लोग उसी घर में रह रहे हैं।;

Update: 2025-08-09 09:27 GMT

कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में एक छोटे से घर में “80 लोगों का रजिस्ट्रेशन” होने के आरोप ने राजनीतिक उबाल ला दिया है। यह घर मुनिरैड्डी गार्डन, मकान नंबर 35 है, जो बेल्लंदुर के आईटी कोरिडोर के पास स्थित एक छोटी व पक्की कॉलोनी में है। यह केवल 10x15 फीट आकार का एक झोपड़ी जैसा घर है, जहां हाल ही में पश्चिम बंगाल से आए दीपांकर नामक एक फूड डिलीवरी कर्मचारी रह रहा है। मीडिया रिपोर्ट से पता चला कि मतदाता सूची में इसी पते पर 80 नाम दर्ज हैं, लेकिन वर्तमान मकान मालिक ने स्पष्ट किया कि यह घर छोटा होने के कारण इतने लोग इसमें नहीं रह सकते।

दीपांकर का बयान

दीपांकर ने मीडिया से कहा कि मैंने एक माह पहले यह घर किराए पर लिया है। मेरा वोटर आईडी बंगाल का है, ना कि बेंगलुरु का। यहां सूचीबद्ध नामों से मेरा कोई संबंध नहीं। मकान मालिक जयाराम रेड्डी का कहना है कि यहां ज्यादातर उत्तर भारत से आए प्रवासी मज़दूर रहते हैं और तीन-छह महीने तक ही रुकते हैं। अक्सर रेंट एग्रीमेंट के जरिये वोटर आईडी बनवाकर नौकरी बदलने पर अन्य जगह चले जाते हैं, लेकिन पते अपडेट नहीं करते। इसलिए सूची में पुराने नाम रह जाते हैं। मैं किसी जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं। उनका राजनीतिक रुख स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी को वोट जरूर देता हूं, लेकिन उनके लिए काम नहीं करता।

चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया

कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी ने पुष्टि की कि यह पता मतदाता सूची में 80 नामों से जुड़ा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे सभी अब वहीं रहते हैं या वोट डालते हैं। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को उच्चतम स्तर पर शपथपत्र (affidavit) देने के लिए कहा है, ताकि उनकी शिकायतों की सत्यता की जांच हो सके। आयोग ने यह भी बताया कि कांग्रेस सरकार स्वयं वही मतदाता सूची जाति जनगणना में इस्तेमाल करती है, जिससे उनकी वैधता बनी रहती है।

राजनीतिक नजरिया

राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने चुनाव आयोग को लिखित शिकायत की और चुनाव प्रक्रिया में व्यापक हेरफेर की मांग की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं का सार्वजनिक बयान पर्याप्त है और उस पर ही कार्रवाई होनी चाहिए, न कि सिर्फ कोर्ट की लिखित रिपोर्ट से।

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