महाराष्ट्र सरकार का ऐलान, बदलापुर जांच एसआईटी के हवाले

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आईपीएस अधिकारी आरती सिंह के नेतृत्व में विशेष जांच दल यौन शोषण मामले की जांच करेगा

Update: 2024-08-21 08:26 GMT

Thane Badlapur: महराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर इलाके में दो बच्चियों के साथ हुई यौनाचार के मामले में लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. यही वजह रही कि प्रशासन को बुधवार 21 अगस्त को जिले में इन्टरनेट सेवाएँ बंद करने का निर्णय लेना पड़ा, साथ ही जिले के अधिकतर स्कूल भी बंद रखे गए हैं. ज्ञात रहे कि मंगलवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान बदलापुर रेलवे स्टेशन और शहर के अन्य हिस्सों में पथराव में कम से कम 17 पुलिस और आठ रेलवे पुलिस कर्मी घायल हुए थे. वहीँ अधिकारियों की माने तो हिंसा में कम से कम 72 लोग शामिल हैं.


बदलापुर में हिंसा
कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए ठाणे जिले के इस इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. मंगलवार की बात करें तो विरोध प्रदर्शन के चलते बदलापुर शहर लगभग पूरी तरह से थम-सा गया था, जहाँ हजारों लोगों ने स्टेशन पर पहुँच कर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था. इतना ही नहीं गुस्साए लोगों ने एक स्कूल पर भी धावा बोल दिया.
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कर्मियों पर पत्थर फेंके और स्कूल की इमारत में तोड़फोड़ की. पुलिस ने स्कूल में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने और रेलगाड़ियों की आवाजाही के लिए ट्रैक खाली करने के लिए लाठियों का इस्तेमाल किया.

इंटरनेट सेवाएं स्थगित
महिलाओं समेत कुछ प्रदर्शनकारियों ने स्कूल के गेट, खिड़कियों के शीशे, बेंच और दरवाजे तोड़कर स्कूल की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बताया जा रहा है कि ये स्कूल बदलापुर के एक भाजपा नेता के रिश्तेदार का है. पुलिस उपायुक्त सुधाकर पठारे ने बुधवार को बताया कि क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. उन्होंने कहा कि समीक्षा के बाद इन्हें बहाल कर दिया जाएगा. अहतियात के तौर पर बुधवार को अधिकांश स्कूल बंद रहे

तीन पुलिसकर्मी निलंबित
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) आयुक्त रवींद्र शिसवे ने कहा कि बदलापुर रेलवे स्टेशन पर हिंसा के बाद 32 लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने 17 अगस्त को स्कूल के एक अटेंडेंट को छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया. स्कूल प्रबंधन ने प्रिंसिपल, एक क्लास टीचर और एक महिला अटेंडेंट को निलंबित कर दिया है. राज्य सरकार ने मंगलवार को यौन शोषण की जांच में कथित लापरवाही के लिए एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सहित तीन पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया.

यौन शोषण की जांच करेगी एसआईटी
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि उन्होंने घटना की जांच के लिए आईपीएस अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल के गठन का आदेश दिया है. मामले में वकील उज्ज्वल निकम ने कथित यौन शोषण के बाद प्राथमिकी दर्ज करने में पुलिस द्वारा की गई अत्यधिक देरी की निंदा की.

(एजेंसी इनपुट्स के साथ)


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