Mahayuti : प्रचंड जीत के बाद भी CM के नाम पर कीच कीच, भाजपा भेजेगी आब्जर्वर
महाराष्ट्र में महायुती के बीच मुख्यमंत्री के नाम पर आम सहमती न बन पाने पर भाजपा ने दो आब्जर्वर भेजने का निर्णय लिया हैं, जो मुंबई जाकर मुख्यमंत्री के नाम पर सहमती बनाने का काम करेंगे.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-11-26 16:24 GMT
Maharashtra Mayhem : महाराष्ट्र में महायुती को प्रचंड बहुमत मिला है. महायुती के तीनों ही घटकों ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन किया है और भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर कर आई है. लेकिन इन सब के बाद भी महायुती में अभी तक मुख्यमंत्री के नाम पर आम सहमति नहीं बन पायी है, जिसकी वजह से कोई भी स्पष्ट तौर पर ये नहीं कह पा रहा है कि आखिर राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा. इस बीच मुख्यमंत्री एक नाथ शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है क्योंकि महाराष्ट्र में पुरानी सरकार का कार्यकाल पूरा हो चुका है. हालाँकि नए मुख्यमंत्री के चयन तक शिंदे राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहेंगे. दूसरी ओर भाजपा अब दो आब्जर्वर भेजने जा रही है, जो मुख्यमंत्री के नाम के चयन में अपनी भूमिका निभाएंगे.
पहले सीटों का गणित समझें
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद अगर सीटों का गणित देखा जाए तो भाजपा केवल महायुती में ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में सबसे बड़ी पार्टी उभर कर आई है. भाजपा को 132 सीटें मिली हैं. दूसरे नम्बर पर रही एकनाथ शिंदे की शिवसेना जिसे 57 सीट मिली और तीसरे नम्बर पर अजित पवार की NCP, जिसे 41 सीट मिली हैं.
महाराष्ट्र में कुल 288 सीटें हैं. यानी सरकार बनाने के लिए 145 सीटों की जरुरत है. महायुती के पास 230 का आंकड़ा है. इस हिसाब से तो मुख्यमंत्री बनने में कोई भी समस्या नहीं है, लेकिन महायुती में इसके लिए आम सहमती नहीं बन पायी है.
शिंदे गुट है अड़ा
महायुती के अन्दर CM के नाम पर सहमती इसलिए नहीं बन पा रही है क्योंकि शिंदे की शिवसेना इस बार भी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ही बनवाना चाहती है. ये बात शिवसेना ने खुल कर कह भी दी है. बात यहाँ तक भी बोल दी गयी है कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री एक नाथ शिंदे ही थे और उन्हीं के चेहरे पर चुनाव लड़ा गया है, इसलिए भाजपा को बड़ा दिल दिखा कर शिंदे को मुख्यमंत्री बनने देना चाहिए.
भाजपा देवेन्द्र फड़नवीस को बनाना चाहती है CM
वहीँ दूसरी ओर भाजपा की बात करे तो इस बार भाजपा देवेन्द्र फड़नवीस को ही मुख्यमंत्री बनता हुआ देखना चाहती है. भाजपा के तमाम विधायक ये स्पष्ट तौर पर कह चुके हैं कि भाजपा को सबसे ज्यादा संख्याबल मिला है, जनता ने भाजपा को ज्यादा समर्थन दिया है, इसलिए भाजपा का ही मुख्यमंत्री बनना क चाहिए, इसके लिए शिवसेना को भी भाजपा का साथ देना चाहिए.
NCP ने देवेन्द्र फड़नवीस का साथ देने की बात कही
इस बीच महायुती के तीसरे घटक NCP की तरफ से कहा गया है कि वो देवेन्द्र फड़नवीस के नाम पर अपना समर्थन देते हैं. खुद अजित पवार ने फड़नवीस को मुख्यमंत्री के लिए उपुक्त बताया है. अगर सिर्फ NCP का ही समर्थन भाजपा को मिलता है तब भी बड़े ही आराम से भाजपा की सरकार बन जाएगी.
भाजपा भेजेगी दो आब्जर्वर
इस बीच राष्ट्रीय भाजपा ने महाराष्ट्र की परिस्थितियों को देखते समझते हुए दो आब्जर्वर नियुक्त करने का विचार किया है. सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही ऑब्जर्वरों को मुंबई भेजा जायेगा. अगले एक दो दिन में ऑब्जर्वरों का नाम फाइनल कर दिया जायेगा. भाजपा नहीं चाहती कि महायुती में किसी बात पर मतभेद हों.
शिंदे ने दिया इस्तीफा
इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात करने के बाद उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस दौरान प्रदेश के दोनों ही उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी शिंदे के साथ मौजूद थे. दरअसल महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर तक ही है. नए मुख्यमंत्री के शपथ की तारीख तय नहीं है. इस वजह से शिंदे ही कार्यवाहक CM रहेंगे. ज्ञात रहे कि शिंदे ने 28 जून 2022 के CM पद की शपथ ली थी.