बेरोज़गारी पर सरकार बनाम कांग्रेस: 'रोज़गार मेला' क्या बदलेगा तस्वीर?
रोज़गार मेला कांग्रेस द्वारा आयोजित किया गया, जो राहुल गाँधी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया. लेकिन इस मेले का उद्देश्य सरकार पर निशाना साधना है.;
Mega Emplyment Fair : देश में एक ओर अर्थव्यवस्था में लगातार इजाफा होने का दावा किया जा रहा है तो वहीँ दूसरी ओर ये भी सामने आ रहा है कि देश में बेरोज़गारी की दर भी बढ़ती जा रही है. बेरोज़गारी दूर करने की प्राथमिक ज़िम्मेदारी सरकार की होती है. अक्सर ये देखा जाता है कि सरकार की तरफ से रोज़गार मेले का आयोजन किया जाता है, लेकिन अब कांग्रेस भी रोज़गार मेले का आयोजन कर रही है. इस मेले के माध्यम से कहीं न कहीं कांग्रेस सरकार पर बड़ा सवाल खड़ा करने का प्रयास कर रही है.
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के जन्मदिन पर, 19 जून, 2025 को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एक विशाल रोजगार मेला आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी और भारतीय युवा कांग्रेस के सहयोग से सुबह 11 बजे शुरू हुआ।
इस मेले का उद्देश्य दिल्ली और देश भर के बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करना है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव का कहना है कि यह आयोजन युवाओं के भविष्य निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा।
इस मेले के लिए 20,000 से अधिक युवाओं ने पंजीकरण कराया है, जो इसकी व्यापक पहुंच और युवाओं के बीच इसकी आवश्यकता को दर्शाता है।
यह पहल बेरोजगारी की चुनौती का सामना करने और युवाओं को सीधे संभावित नियोक्ताओं से जोड़ने का प्रयास करती है।
आज के इस रोज़गार मेला में लगभग पांच हजार जरुरतमंदों को नौकरी मिलने की उम्मीद है।
इस मेले में दिल्ली और आसपास के क्षेत्र से नौकरी के इक्च्छुक आवेदक भारी तादाद में आये। ऐसे कुछ लोगों से बात की, जिनका कहना था कि उन्हें अपने किसी मित्र से तो सोशल मीडिया आदि से इस रोज़गार मेले के बारे में जानकारी मिली। वो इस उम्मीद से आये हैं कि शायद उन्हें रोज़गार का मौका मिल जाए। आवेदकों में कुछ 10वीं/12वीं पास थे तो कुछ ग्रेजुएट/पोस्टग्रेजुएट तो कुछ प्रोफेशनल डिग्री वाले भी थे।
वहीँ रोज़गार देने के लिए आई कंपनियों के प्रतिनिधियों ने कहा कि वो अपनी जरुरत के हिसाब से आवेदकों का चयन करेंगे.
कुछ ने कहा कि वो 200 लोगों को नियुक्त करेंगे तो कुछ ने ज्यादा तो कुछ ने कम.
अब देखना ये होगा कि कांग्रेस द्वारा आयोजित किये गए इस रोज़गार मेले से जनता का कितना भला होता है और सरकार पर इसका कितना असर पड़ता है, क्योंकि रोज़गार मेले का आयोजन सरकार ही करती है.