मुंबई पर अगले 48 घंटे भारी हैं, अलर्ट जारी, भारी बारिश से फंसी मोनो रेल
अधिकारियों ने पुष्टि की कि बारिश से जुड़े हादसों जैसे मकान ढहने और बिजली गिरने में कम से कम 8 लोगों की मौत हुई है।;
मुंबई मंगलवार को भारी बारिश के बाद थम-सी गई। लगातार हो रही बारिश ने परिवहन को पंगु कर दिया, जगह-जगह बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए और महाराष्ट्र भर में जनहानि हुई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगले 48 घंटे बेहद अहम होंगे, क्योंकि मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग सहित कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
मोनो रेल दो घंटे तक फंसी रही
मंगलवार (19 अगस्त) रात करीब 8:30 बजे भारी बारिश के बीच बिजली आपूर्ति ठप होने के बाद मुंबई मोनोरेल लगभग दो घंटे तक फँसी रही। इसमें सवार यात्रियों को खिड़कियों के शीशे तोड़कर बाहर निकाला गया। चार-कोच वाली मोनोरेल मैसूर कॉलोनी के पास ज़मीन से कई फीट ऊपर बने ट्रैक पर एक मोड़ पर अटक गई थी। शुरुआत में बचावकर्मियों ने इसे पास के स्टेशन तक खींचने की कोशिश की, लेकिन ट्रेन के ब्रेक जाम हो गए। इसके बाद ट्रक-माउंटेड सिज़र लिफ्ट्स, क्रेन और सीढ़ियों का इस्तेमाल करके यात्रियों को बाहर निकाला गया।
रिकॉर्ड बारिश, ज़िंदगी अस्त-व्यस्त
शहर में 24 घंटों के भीतर करीब 300 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो मुंबई की मासिक औसत का 37 प्रतिशत है। निचले इलाके डूब गए, रेलवे ट्रैक जलमग्न हो गए और हवाई सेवाएँ बाधित हुईं। लोकल ट्रेनें, जिन्हें मुंबई की जीवनरेखा कहा जाता है, जलभराव की वजह से रेंगती रहीं।
कई उपनगरों में सड़कों ने नदियों का रूप ले लिया। कारें फँस गईं, बसों का मार्ग बदलना पड़ा और हज़ारों लोग कमर-तक पानी पार कर घर पहुँचे। बुधवार को स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया गया, प्रशासन ने लोगों से ज़रूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की अपील की।
मौतें और राहत कार्य
अधिकारियों ने पुष्टि की कि बारिश से जुड़े हादसों जैसे मकान ढहने और बिजली गिरने में कम से कम 8 लोगों की मौत हुई है। NDRF और SDRF की टीमें राहत-बचाव कार्य में जुटीं। ठाणे और रायगढ़ के बाढ़ प्रभावित इलाकों से करीब 2,500 लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
रायगढ़ में नदियों के उफान ने प्रशासन को परिवारों को राहत शिविरों में पहुँचाने पर मजबूर किया। रत्नागिरी में जिला प्रशासन ने फँसे यात्रियों के लिए शरण स्थल खोले। एहतियात के तौर पर बचाव नौकाएँ और हेलीकॉप्टर तैयार रखे गए।
सीएम की अपील और तैयारी
सीएम फडणवीस ने आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की और कहा कि सभी एजेंसियाँ हाई अलर्ट पर हैं। उन्होंने कहा,“अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं। मैं लोगों से अपील करता हूँ कि जितना हो सके घरों में रहें। प्रशासन लगातार काम कर रहा है।”
BMC ने पूरे शहर में नियंत्रण कक्ष सक्रिय किए और जलभराव वाले इलाकों से पानी निकालने के लिए पंप लगातार चलाए। 200 से अधिक आपातकर्मी गिरे पेड़ों को हटाने और बंद सड़कों को बहाल करने में जुटे।
हवाई यात्रा और सड़क यातायात प्रभावित
हवाई यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई। इंडिगो, एयर इंडिया और विस्तारा जैसी प्रमुख एयरलाइनों ने उड़ानों में देरी और रद्द होने की सूचना दी। यात्रियों से अपील की गई कि वे एयरपोर्ट जाने से पहले उड़ानों की स्थिति चेक करें। मुंबई-गोवा हाईवे पर भी जलभराव और भूस्खलन के कारण जाम लग गया।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि अरब सागर में बने लो-प्रेशर क्षेत्र के डिप्रेशन में बदलने से बारिश तेज़ हुई है। बुलेटिन में कहा गया,“आने वाले दो दिनों में कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र के हिस्सों में बहुत भारी से अति भारी वर्षा की संभावना है।”
अधिकारियों ने बताया कि प्रमुख बांधों में पानी का स्तर तेजी से बढ़ रहा है और उस पर नज़र रखी जा रही है। नागरिकों से अपील की गई है कि अफवाहें न फैलाएँ और केवल आधिकारिक सलाह पर भरोसा करें।