‘फुलेरा पंचायत’: सरकारी बैठकों में पति को बैठाने पर दिल्ली की मुख्यमंत्री पर AAP का निशाना

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक जनसुनवाई के दौरान भी सीएम रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता को कार्यवाही में सक्रिय रूप से सहयोग करते देखा गया, जिसमें भीड़ को संभालना भी शामिल था;

Update: 2025-09-08 05:59 GMT
दिल्ली AAP के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने मुख्यमंत्री के इंस्टाग्राम हैंडल से ली गई तस्वीरें साझा कीं, जिनमें मुख्यमंत्री के पति, मनीष गुप्ता ,जोकि दिल्ली के एक व्यवसायी हैं, को उनके बगल में बैठे हुए दिखाया गया था (X/@Saurabh_MLAgk)।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर सरकारी बैठकों में अपने पति को शामिल होने की अनुमति देने को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने रविवार को हमला बोला। AAP ने इस कदम को “असंवैधानिक” और “भाई-भतीजावाद का उदाहरण” बताया।

AAP के दिल्ली प्रभारी सौरभ भारद्वाज ने X पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री के इंस्टाग्राम अकाउंट से ली गई तस्वीरें साझा कीं। इन तस्वीरों में CM के पति मनीष गुप्ता—दिल्ली के एक बिजनेसमैन—को नौकरशाहों के साथ हुई आधिकारिक समीक्षा बैठक में उनके बगल में बैठे देखा जा सकता है। यही तस्वीरें गुप्ता के ट्विटर अकाउंट पर भी डाली गई थीं।

भारद्वाज ने लिखा—“दिल्ली सरकार ‘फुलेरा पंचायत’ में बदल गई है।” उन्होंने वेब सीरीज पंचायत के काल्पनिक गांव फुलेरा का उदाहरण दिया, जहां महिला सरपंच का पति अनौपचारिक रूप से सत्ता चलाता है। “जिस तरह फुलेरा पंचायत में महिला प्रधान का पति ही मुखिया का काम करता था, आज दिल्ली में CM का पति आधिकारिक बैठकों में बैठ रहा है… यह पूरी तरह असंवैधानिक है। देश की राजधानी में लोकतंत्र और संवैधानिक व्यवस्था का मजाक बनाया जा रहा है।”

भारद्वाज ने आगे BJP पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि BJP लंबे समय से कांग्रेस पर वंशवाद (डायनेस्टी पॉलिटिक्स) को बढ़ावा देने का आरोप लगाती रही है। “अगर यह भाई-भतीजावाद नहीं है, तो फिर क्या है? क्या दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी की CM के पास कोई ऐसा कार्यकर्ता नहीं बचा जिस पर वह भरोसा कर सकें? उनके पति को सरकार की प्रशासनिक व्यवस्था का हिस्सा क्यों बनाया जा रहा है?”

तस्वीरें शनिवार को शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र के जन सेवा सदन में CM गुप्ता की अध्यक्षता वाली समीक्षा बैठक की थीं। अपने पोस्ट में गुप्ता ने लिखा—“आज मुख्यमंत्री ने शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे नियमित रूप से प्रगति का आकलन करें और तय समय सीमा के भीतर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें।”

CM ने बताया कि बैठक में लंबित परियोजनाओं और भूमि-उपयोग संबंधी मुद्दों पर भी चर्चा हुई। फैसले लिए गए कि जलभराव-प्रवण इलाकों में हार्वेस्टिंग पॉइंट स्थापित किए जाएं, बाजारों को पुनर्जीवित किया जाए और झुके हुए पेड़ों को हटाया जाए। उन्होंने लिखा—“जनहित के कार्यों की सतत समीक्षा और उनका समय पर पूरा होना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

सूत्रों के मुताबिक, गुप्ता के पति का शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र में कोई आधिकारिक पार्टी पद नहीं है, फिर भी उन्होंने इस बैठक में हिस्सा लिया, जिसमें अधिकारियों के साथ-साथ BJP के कार्यकर्ता भी मौजूद थे। AAP के आरोपों पर CM गुप्ता के दफ़्तर की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।

जनसुनवाई में सक्रिय

मीडिया रिपोर्ट में एक जनसुनवाई के दौरान भी मनीष गुप्ता को कार्यवाही में सक्रिय रूप से सहयोग करते देखा गया, जिसमें भीड़ को संभालना भी शामिल था।

मनीष गुप्ता कोटक लाइफ इंश्योरेंस में एजेंसी एसोसिएट के रूप में काम करते हैं और निकुंज एंटरप्राइजेज भी चलाते हैं—एक औद्योगिक फर्म जो पीतल के पुर्ज़ों के निर्माण में विशेषज्ञता रखती है।

यह पहली बार नहीं है जब गुप्ता के पति को राजनीतिक आलोचना का सामना करना पड़ा है। अप्रैल में, जब वे दिल्ली नगर निगम (MCD), दिल्ली जल बोर्ड (DJB), लोक निर्माण विभाग (PWD) और दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रूवमेंट बोर्ड (DUSIB) के अधिकारियों के साथ बैठकों में मौजूद थे, तब भी राजनीतिक घमासान हुआ था। उस वक्त AAP नेता और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने आरोप लगाया था कि वह “पर्दे के पीछे से दिल्ली सरकार चला रहे हैं।”

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