राम जन्मभूमि मंदिर में पीएम मोदी करेंगे ध्वजारोहण, सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री अपने संबोधन में ख़ास संदेश दे सकते हैं।राम मंदिर आंदोलन के साथ ही अयोध्या के विकास की बात भी कर सकते हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक दिन पहले जो पहुंचकर तैयारियों को समीक्षा की।
Ayodhya gears up for Ram Mandir flag hoisting ceremony : अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा होने की औपचारिक घोषणा के साथ ही मंदिर का ध्वजारोहण समारोह मंगलवार को होगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के मुख्य शिखर पर धर्म ध्वज फहराएंगे।इसके लिए धार्मिक अनुष्ठान तीन दिन पहले ही शुरू हो गए हैं।मुख्य समारोह के लिए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं।समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत, देश भर से साधु संत और हज़ारों की संख्या में अतिथि शामिल शामिल होंगे।
विशेष मुहूर्त में होगा ध्वजारोहण-
25 नवंबर को ध्वजारोहण सुबह 11:52 से दोपहर 12:35 बजे के शुभ मुहूर्त में होगा।इस दौरान चार मिनट का अभिजीत मुहूर्त भी रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ध्वज फहराने के बाद पूजा-अर्चना में शामिल होंगे। सोमवार को यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पहुंचकर तैयारियों को समीक्षा की।वैदिक आचार्यों द्वारा अनुष्ठान संपन्न कराए जाएंगे जिनमें अयोध्या, काशी और दक्षिण भारत के आचार्य शामिल हैं।प्रधानमंत्री ध्वजारोहण के साथ आमंत्रित विशिष्ट अतिथियों को संबोधित भी करेंगे।
समारोह में लगभग 5 हज़ार अतिथियों को आमंत्रित किया गया है।देश के राज्य से क़रीब 500 साधु संत भी समारोह में शामिल होंगे जिसमें ख़ास तौर पर वनवासी और आदिवासी क्षेत्रों से संतों को आमंत्रित किया गया है।मंदिर परिसर में 15 सीटिंग ब्लॉक बनाए गए हैं जो प्रमुख ऋषियों के नाम पर रखे गए हैं।अतिथियों के लिए एलईडी स्क्रीन पर समारोह को लाइव दिखाया जाएगा।
धर्म ध्वज पर प्रतीकों का है विशेष महत्व-
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बने राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी।उसके बाद प्रथम तल पर राम दरबार भी बना है।लेकिन ध्वजारोहण के साथ ही पूरे मंदिर परिसर को लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।राम मंदिर के मुख्य शिखर पर स्थापित ध्वज पर तीन प्रतीक अंकित हैं किए गए हैं। ‘ओम’ (अनंत आध्यात्मिक ध्वनि), सूर्य (भगवान राम की सूर्यवंशीय वंशावली का प्रतीक) और कोविदार वृक्ष (मंदार और पारिजात के संकर, जिसे ऋषि कश्यप ने बनाया था) को धर्म ध्वज कर बनाया गया है।इसी सिन से पूरे मंदिर को लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा।अयोध्या में मंदिर के मुख्य गर्भगृह के अलावा महादेव, गणेश, हनुमान, सूर्यदेव, मां भगवती, मां अन्नपूर्णा और शेषावतार के सहायक मंदिरों को भी भव्य रूप से सजाया जा रहा है।