गुजरात में आफत की बारिश, जनजीवन अस्तव्यस्त; आईएमडी ने रेड अलर्ट जारी किया

आईएमडी ने 29 सितंबर तक कई जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की भविष्यवाणी की है; एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें बचाव और राहत कार्य के लिए प्रभावित जिलों में स्टैंडबाय पर हैं

Update: 2024-08-27 04:41 GMT

प्रतीकात्मक तस्वीर 

Rain Of Disaster in Gujarat: गुजरात में आसमान से बारिश नहीं बल्कि आफत बरस रही है. आलम ये है कि मुसलाधार बारिश ने गुजरात राज्य को अस्त व्यस्त करके रख दिया है. आलम ये है कि राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालत पैदा हो गए हैं, वहीँ बारिश अभी रुकने का नाम नहीं ले रही है.


स्कूल बंद
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार (26 अगस्त) को राज्य के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए अगले दो से तीन दिनों में गुजरात के कई हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. इसके बाद राज्य के शिक्षा मंत्री प्रफुल पनशेरिया ने मंगलवार (27 अगस्त) को सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया है.
सोमवार को कई जिलों में भारी बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि सात लोग लापता बताए जा रहे हैं. सैकड़ों लोगों को निचले इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.

आईएमडी पूर्वानुमान
मंगलवार को अपने नवीनतम पूर्वानुमान में आईएमडी ने कहा कि उत्तर गुजरात पर केन्द्रित गहरा दबाव पिछले छह घंटों में पाटन के करीब पश्चिम की ओर बढ़ गया है और यह धीरे-धीरे गुजरात क्षेत्र से होते हुए पश्चिम-दक्षिण पश्चिम की ओर बढ़ेगा तथा 29 अगस्त की सुबह तक सौराष्ट्र, कच्छ और पाकिस्तान के आसपास के क्षेत्रों और पूर्वोत्तर अरब सागर तक पहुंचेगा.
एक्स पर बुलेटिन में कहा गया है, "पिछले 6 घंटों में उत्तर गुजरात के ऊपर डीडी पश्चिम की ओर बढ़ गया है. यह पाटन के करीब, डीसा (जीजे) से लगभग 40 किमी दक्षिण में है। यह धीरे-धीरे गुजरात क्षेत्र से पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और 29 अगस्त की सुबह तक सौराष्ट्र और कच्छ तथा पाकिस्तान के आस-पास के इलाकों और पूर्वोत्तर अरब सागर तक पहुंचेगा."

हवाई अड्डे ने जारी की सलाह
इस बीच, अहमदाबाद हवाई अड्डे ने यात्रियों के लिए परामर्श जारी किया है कि वे एयरलाइनों से उड़ान कार्यक्रम की जांच करें और आने वाले दिनों में भारी बारिश की भविष्यवाणी के कारण चेक-इन के लिए अतिरिक्त समय दें. गुरुवार (29 अगस्त) तक बहुत भारी बारिश के आईएमडी के पूर्वानुमान के मद्देनजर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए सभी प्रमुख शहरों के जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों और वरिष्ठ नागरिक अधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की.

मुख्यमंत्री ने लिया हालत का जायजा, छुट्टियां रद्द
मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों को आईएमडी द्वारा जारी रेड अलर्ट के कारण कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने का निर्देश दिया है. पटेल ने विभाग के सचिवों को प्रभावित क्षेत्रों में बिजली बहाल करने को भी कहा है.
मोरबी जिले के हलवद तालुका में एक ओवरफ्लो हो रहे पुल से गुजरते समय एक ट्रॉली ट्रैक्टर के बह जाने से सात लोग लापता हो गए हैं.

7 लापता
अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के लगभग 20 घंटे के तलाशी अभियान के बावजूद उनका पता नहीं चल सका. साबरकांठा जिले में कटवाड़ गांव के पास एक कार में दो लोग सवार थे जो तेज बहाव में बह गए. स्थानीय लोगों द्वारा फायर ब्रिगेड को सूचित करने के बाद उन्हें बचा लिया गया. भारी बारिश के बीच छोटा उदयपुर जिले में भारज नदी में पानी के तेज बहाव के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 56 पर एक पुल का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई. छोटा उदेपुर के कलेक्टर अनिल धमेलिया ने कहा, "भारी बारिश के कारण भारज नदी में पानी का प्रवाह बढ़ गया, जिससे पिलर संख्या तीन के पास पुल क्षतिग्रस्त हो गया."

जलभराव की समस्या
वडोदरा, आणंद, खेड़ा और पंचमहल जिलों में सोमवार को भारी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों और अंडरपासों में जलभराव हो गया और कई लोग फंस गए. राज्य राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने बताया, "पिछले 24 घंटों में बारिश से संबंधित घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि इस मौसम में मरने वालों की कुल संख्या 99 है."

सैकड़ों लोगों को निकाला गया; एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तैयार
उन्होंने बताया कि दक्षिण गुजरात में इस मौसम की औसत वार्षिक वर्षा का 105 प्रतिशत और कच्छ में 95.8 प्रतिशत बारिश हुई है, जबकि मध्य, उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र में क्रमशः 77 प्रतिशत, 70.74 प्रतिशत और 91 प्रतिशत बारिश हुई है. पांडे ने कहा, "एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और तटरक्षक बल की मदद से अब तक 1,653 लोगों को बचाया गया है. इसके अलावा, एहतियात के तौर पर अब तक 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है." उन्होंने बताया कि बचाव एवं राहत कार्यों के लिए प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की 13 टीमें और एसडीआरएफ की 22 टीमें तैनात की गई हैं.

नदियों और बांधों का जलस्तर बढ़ने के कारण सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
अधिकारियों ने बताया कि सरदार सरोवर बांध से नर्मदा नदी में करीब 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद भरूच शहर के निचले इलाकों से कम से कम 280 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.

बढ़ता जल स्तर
दक्षिण गुजरात के नवसारी में लगातार भारी बारिश और पूर्णा, कावेरी तथा अन्य नदियों में जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बीच, 1,500 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है, कलेक्टर अग्रे क्षिप्रा सूर्यकांतराव ने कहा. वडोदरा जिले के पादरा तालुका में सोमवार सुबह 6 बजे से 12 घंटों में 270 मिमी बारिश हुई.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, आनंद में बोरसाद तालुका में 268 मिमी बारिश हुई, इसके बाद वडोदरा जिले में वडोदरा तालुका में 262 मिमी और खेड़ा जिले में नाडियाड तालुका में 12 घंटे में 232 मिमी बारिश हुई.

निवासियों के लिए चेतावनी
राज्य के 251 तालुकाओं में से कम से कम 237 में वर्षा हुई, जिनमें से 43 तालुकाओं में 100 मिमी से अधिक वर्षा हुई. इस मौसम में अब तक राज्य में कुल 17,827 लोगों को स्थानांतरित किया गया तथा 1,653 लोगों को बचाया गया. अधिकारियों ने लोगों से घर के अंदर रहने और जल निकायों के पास न जाने का आग्रह किया है.

(एजेंसियों से प्राप्त इनपुट के साथ)


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