मुफ्त एंट्री बन गई मौत का बुलावा? RCB भगदड़ में किसकी थी चूक
RCB की जीत के जश्न में चिन्नास्वामी स्टेडियम में मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत और 47 घायल हुए। मुफ्त एंट्री और भारी भीड़ से हालात बेकाबू हो गए।;
जीत के जश्न का वो हिस्सा बनना चाहते थे। लेकिन नसीब में मौत लिखी था। बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ किन वजहों से हुई वो जांच का विषय है यह बात अलग है कि यह हादसा उन परिवारों के लिए जीवनभर का गम दे गया जो आरसीबी की जीत में शामिल होने के लिए अपने घरों से निकले थे।अभी तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक चिन्नास्वामी स्टेडियम में मुफ्त प्रवेश की घोषणा, उम्मीद से अधिक भीड़ और संकीर्ण प्रवेश द्वार की वजह से मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 47 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
जश्न की जगह मातम
पुलिस और चश्मदीदों के अनुसार, हजारों लोग स्टेडियम में प्रवेश पाने के लिए उमड़े थे। आईपीएल में 18 साल बाद RCB की ऐतिहासिक जीत से राज्य में भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा था और लोग किसी भी कीमत पर टीम को सम्मानित होते देखने को आतुर थे।हालांकि शुरुआत में कार्यक्रम के लिए पास वितरित किए गए थे, लेकिन बहुत कम लोगों को ही ये मिल पाए। इसके बाद आयोजकों द्वारा सबको मुफ्त प्रवेश देने की घोषणा की गई। जैसे ही स्टेडियम के दरवाज़े खुले, भीड़ बेकाबू हो गई और लोग चारों दिशाओं से तंग गेट के जरिए अंदर घुसने की कोशिश करने लगे।
कैसे मची भगदड़
इस अफरातफरी में कुछ लोग भीड़ में कुचले जाने लगे। भीड़ ने बैरिकेड्स को तोड़ दिया और उनके नीचे कई लोग फंस गए, जिन्हें रौंद डाला गया। घायलों और बेहोश लोगों को पुलिस द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया।इसी बीच, स्टेडियम के अलावा विदान सौधा के बाहर भी भारी भीड़ जमा थी, जहां RCB टीम मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मिलने गई थी।
सरकार की सफाई और जांच के आदेश
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और 15 दिन में रिपोर्ट मांगी है। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इस हादसे पर खेद जताया और कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के हरसंभव प्रयास किए गए थे। हमने 5,000 से ज़्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए थे, लेकिन लाखों लोग आ गए। कार्यक्रम को 10 मिनट में समाप्त कर दिया गया था। कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि यह युवा और उत्साही भीड़ थी, लाठीचार्ज नहीं कर सकते थे। सरकार ने स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं, लेकिन इस दुखद हादसे ने RCB की जीत की खुशियों को गहरे शोक में बदल दिया है।