काउंटर पर भीड़ या प्रशासन की नाकामी, क्या है तिरुपति भगदड़ की वजह?

Tirupati Stampede: तिरुपति में वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए लोग काउंटर पर खड़े थे। लेकिन भगदड़ की वजह से 6 लोग काल के गाल में समा गए। सवाल यह है कि वजह क्या थी।;

By :  Lalit Rai
Update: 2025-01-09 04:04 GMT

Tirupati Stampede Reason: आखिर उन 6 लोगों का कसूर क्या था जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। उन 25 से अधिक लोगों का कसूर क्या था जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। दरअसल कसूर यह था कि ये लोग तिरुपति के स्पेशल वैकुंठ द्वार दर्शन (Vaikuntha Ekadashi) के लिए विशेष काउंटर के जरिए टोकन लेने के लिए खड़े थे। टोकन के लिए कुल 9 काउंटर बनाए गए थे जिनमें से एक काउंटर बैरागी पट्टेदा इलाके और एमजीएम स्कूल में था। टोकन को बांटे जाने का काम 9 जनवरी से होना था। लेकिन आठ जनवरी से ही लोगों का आना शुरू हो गया। हजारों की संख्या में श्रद्धालु काउंटर पर जमा हो गए। भगदड़ मची और 6 लोग दब गए और जान चली गई।

वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालू
हर वर्ष वैकुंठ एकादशी (Vaikuntha Ekadashi 2025) पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। ना सिर्फ दक्षिण भारत बल्कि देश के अलग अलग हिस्सों से लोग दर्शन के लिए आते हैं। इस साल वैकुंठ द्वार दर्शन 10 से 19 जनवरी तक होना है, जिसके लिए टोकन दिया जाना था। बताया जा रहा है कि महज कुछ घंटों के भीतर ही चार हजार से अधिक लोग इकट्ठा हो गए। 

10 से 12 जनवरी तक वार्षिक दर्शन के पहले तीन दिनों के लिए भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के सर्व दर्शन के लिए भक्तों को 1,20,000 टोकन वितरित करने की व्यवस्था की गई थी।1 0 दिन उत्सव के लिए दर्शन टोकन गुरुवार को सुबह 5 बजे से दिए जाने थे, लेकिन हजारों लोग मंदिर के संचालन की देखरेख करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) द्वारा स्थापित काउंटरों पर एक रात पहले ही एकत्र हो गए।

बढ़ती गई भीड़ या बदइंतजामी

अधिकारियों ने बताया कि टोकन बांटने का इंतजाम तीन तीर्थयात्री लॉज विष्णु निवासम, श्रीनिवासम और भूदेवी परिसरों के 94 काउंटरों के अलावा तिरुपति में सत्यनारायणपुरम, बैरागीपट्टेडा और रामानायडू स्कूल जैसे अन्य स्थानों पर की गई थी। तिरुपति नगर आयुक्त एन मौर्या ने कहा कि विष्णु निवासम मंदिर के पास बैरागीपट्टेडा में एमजीएम हाई स्कूल (Tirupati Stampede News) में स्थापित काउंटर पर स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। बुधवार सुबह से ही करीब चार से पांच हजार लोग काउंटर पर जमा हो गए। शाम तक भीड़ बेकाबू हो गई और धक्का-मुक्की होने लगी।

टीटीडी के चेयरमैन बीआर नायडू (TTD Chairman BR Naidu) के मुताबिक अस्वस्थ महसूस कर रही एक महिला की मदद के लिए गेट खोला गया तो भीड़ अचानक आगे बढ़ गई जिससे अफरा-तफरी मच गई।भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण बुधवार देर शाम भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग घायल हो गए।इस त्योहार के दौरान श्रद्धालु मंदिर के उत्तरी प्रवेश द्वार से भगवान वेंकटेश्वर की पूजा-अर्चना कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने "प्रियजनों" को खो दिया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से इस कठिन समय में हर संभव सहायता प्रदान करने का आग्रह किया।

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