अजित पवार ने फोन पर महिला IPS अफसर को हड़काया, अवैध खनन पर एक्शन से भड़के डिप्टी सीएम
वायरल क्लिप के अनुसार, IPS अधिकारी को यह समझ नहीं आया कि उपमुख्यमंत्री उनसे बात कर रहे हैं। इसके बाद पवार पूछते हैं कि क्या वह उनका चेहरा पहचानती हैं।;
यह घटना दो दिन पहले सोलापुर ज़िले की माढा तहसील के कुर्दू गांव में हुई। वायरल वीडियो में पवार, एनसीपी कार्यकर्ता के फोन से करमाला की डिप्टी एसपी अंजना कृष्णा से बात कर रहे हैं। हालांकि, अधिकारी उनकी आवाज़ पहचान नहीं पातीं। इसके बाद पवार उन्हें वीडियो कॉल करते हैं और कथित तौर पर सख्ती से अवैध मुर्रम खुदाई के खिलाफ कार्रवाई रोकने को कहते हैं।
वीडियो क्लिप के अनुसार, कृष्णा कहती हैं कि उन्हें समझ नहीं आया कि उनसे उपमुख्यमंत्री बात कर रहे थे। इस पर पवार पूछते हैं कि क्या वह उनका चेहरा पहचानती हैं।
मुर्रम का उपयोग आमतौर पर सड़कों के निर्माण में सब-बेस और भराई सामग्री के रूप में किया जाता है।
एनसीपी ने गुरुवार को इस बात से इनकार किया कि उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने सोलापुर ज़िले में अवैध मिट्टी (मुर्रम) की खुदाई के खिलाफ कार्रवाई करने से एक IPS अधिकारी को रोका।
एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कहा, “अजित दादा ने शायद कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए IPS अधिकारी को डांटा हो। उनका उद्देश्य कार्रवाई को पूरी तरह रोकना नहीं था।”
यह प्रतिक्रिया उस वीडियो के सामने आने के बाद आई, जिसमें अजीत पवार सोलापुर जिले में अवैध ‘मुर्रम’ खुदाई के खिलाफ कार्रवाई कर रही महिला IPS अधिकारी को कथित रूप से फटकार लगाते दिख रहे हैं।
वायरल वीडियो पर राजनीतिक प्रतिक्रिया
सुनील तटकरे ने कहा, “अजित पवार अपनी साफ़गोई के लिए जाने जाते हैं और वे कभी अवैध कामों का समर्थन नहीं करते। संभव है उन्होंने केवल स्थिति को शांत करने के लिए कार्रवाई को कुछ देर रुकवाने की बात कही हो।”
वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष विजय कुंभार ने कहा,“यह सत्ता का दुरुपयोग है। जब कोई अधिकारी ग़लत काम करने वालों पर कार्रवाई कर रहा है, तो उसे धमकाया जाता है और कार्रवाई रोकने के लिए कहा जाता है। क्या यही वजह है कि मंत्री अपनी पसंद के अधिकारियों को ख़ास शहरों और तालुकों में तैनात करना चाहते हैं?”
कुंभार ने आगे कहा कि जब IPS अधिकारी मौके पर पहुंचीं तो अवैध खुदाई करने वाले लोग पुलिस से बहस करने लगे। “वीडियो के अनुसार, उन्होंने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को फोन किया और फिर फोन कृष्णा को दे दिया। उन्होंने दूसरी तरफ़ वाले व्यक्ति से बात की। उस व्यक्ति ने खुद को अजीत पवार बताते हुए कहा कि कार्रवाई रोक दी जानी चाहिए।”
वीडियो में कृष्णा को कॉल रिसीव करते हुए देखा जा सकता है। वह पूछने की कोशिश करती हैं कि वह किससे बात कर रही हैं। इस पर कॉल करने वाला कहता है—“मैं उपमुख्यमंत्री अजीत पवार हूं। क्या तुम मुझे पहचानती नहीं? अपना नंबर दो, मैं तुम्हें वीडियो कॉल करता हूं… तुम्हें मेरी आवाज़ भी नहीं पहचान में आई?”