ट्रंप के पारस्परिक टैरिफ की घोषणा के बाद, एसएंडपी 500 वायदा 3.9 प्रतिशत गिर गया, और नैस्डैक-100 के वायदा 4.7 प्रतिशत गिर गए। डॉव फ्यूचर्स 1,000 से अधिक अंक गिर गया, जो 2.4 प्रतिशत गिर गया। स्मॉल-कैप इंडेक्स रसेल 2000 वायदा 4.9 प्रतिशत से अधिक गिर गया, जिससे सूचकांक मंदी के बाजार क्षेत्र के करीब पहुंच गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पारस्परिक टैरिफ के बाद अमेरिकी वायदा में भारी गिरावट देखी गई, जबकि व्यापार युद्ध की आशंकाओं के कारण एशियाई बाजारों में बिकवाली हुई।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान पर भी उन्होंने 24 प्रतिशत शुल्क लगाया। ट्रंप ने कहा कि हम चाहते हैं कि व्यापार कम से कम बराबरी के स्तर पर हो। एकतरफा छूट की संकल्पना कहीं से उचित नहीं है।
भारत के बारे में बोलते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने नई दिल्ली द्वारा लगाए गए टैरिफ को बहुत बहुत कठोर बताया। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में अमेरिका से गए। वे उनके बहुत अच्छे दोस्त हैं, लेकिन उनसे कहा कि 'आप मेरे दोस्त हैं, लेकिन हमारे साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे हैं'। भारत हमसे 52 प्रतिशत शुल्क लेता है इसलिए हम उनसे इसका आधा शुल्क लेंगे यानी कि 26 प्रतिशत।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन पर महत्वपूर्ण पारस्परिक शुल्क लगाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि भारत और चीन जो शुल्क हमसे वसूलते हैं, उसका लगभग आधा शुल्क लगाकर उनके प्रति दयालु हैं। इन्हें छूट वाले पारस्परिक शुल्क कहते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत पर 26 प्रतिशत और चीन पर 34 प्रतिशत आयात शुल्क लगाएगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूरोपीय संघ से आयात पर 20 प्रतिशत तथा ब्रिटेन से आयात पर 10 प्रतिशत कर लगाने की भी घोषणा की। ये दोनों देश संयुक्त राज्य अमेरिका के दो प्रमुख व्यापारिक साझेदार और सहयोगी हैं।