डोनाल्ड ट्रम्प और मोहम्मद युनुस ! बांग्लादेश के लिए ट्रम्प का चुना जाना क्यों है चिंता का विषय ?
दरअसल मोहम्मद युनुस को डेमोक्रेट्स का समर्थक समझा जाता है. वहीँ जब ट्रम्प पहली बार सत्ता में आये थे तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि मोहम्मद युनुस ने उन्हें हारता देखने के लिए चंदा दिया था.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-11-06 16:18 GMT
Donald Trump And Muhammad Yunus : डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं. उनके राष्ट्रपति चुने जाने से विश्व के कई देशों में ख़ुशी है तो कई में निराशा. बात साउथईस्ट एशिया की करें तो यहाँ के देशों में भी मिली जुली प्रक्रिया है. भारत में ट्रम्प के चुने जाने पर ख़ुशी का भाव है लेकिन जरुरी नहीं की पडोसी देशों के मन में भी यही भाव आयें. ख़ास तौर से बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद युनुस के. दरअसल डोनाल्ड ट्रम्प और मोहम्मद युनुस के बीच का ये किस्सा अभी का नहीं बल्कि पुराना है, यही वजह भी है कि ऐसा माना जा रहा है कि ट्रम्प के सत्ता में आने से बांग्लादेश की युनुस सरकार को निश्चित तौर पर निराशा हुई है.
जब पहली बार राष्ट्रपति चुने गए थे ट्रम्प
ट्रम्प की बात करें तो वो उन्होंने 2016 में अमेरिका के राष्ट्रपति पद का अपना पहला कार्यभार संभाला था. उनके और युनुस के बीच की दूरियां तभी से शुरू हो गयीं थी. दरअसल जब ट्रम्प ने अपना पद भार संभाला था तो बांग्लादेश से एक प्रतिनिधि मंडल अमेरिका में वाइटहाउस पहुंचा था, राष्ट्रपति ट्रम्प से मिलने के लिए. इस प्रतिनिधि मंडल में बांग्लादेश के राजदूत, कुछ प्रमुख बंगलादेशी नागरिक/व्यापारी व सरकारी अधिकारी शामिल थे. इन सबके बीच ट्रम्प ने जिस शक्श को लेकर सवाल किया था वो थे मोहम्मद युनुस. पहले तो बंगलादेशी प्रतिनिधि मंडल युनुस का नाम सुनकर चौंके और फिर ट्रम्प ने जो सवाल किया, उसने उन्हें और चौंका दिया. ट्रम्प ने कहा था कि "वो ढाका का माइक्रो फाइनेंसर कहां है?" इसके बाद ट्रम्प ने कहा ''मैंने सुना है कि मोहम्मद युनुस ने मुझे हारते देखने के लिए चंदा दिया था.''
दरअसल मोहम्मद यूनुस उस समय ढाका में स्थित बांग्लादेश ग्रामीण बैंक के मुखिया थे. माइक्रो फाइनेंसिंग में अच्छा काम करने के लिए यूनुस को 2006 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उस प्रतिनिधि मंडल में शामिल एक सदस्य ने ये दावा किया था कि डोनाल्ड ट्रम्प मोहम्मद युनुस और उनकी संस्था के नाम पर भड़के हुए थे.
हाल ही में बांग्लादेश में जिस तरह से हिन्दुओं व अन्य अल्पसंख्यकों पर हुए हमले पर भड़के थे ट्रम्प
बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद जिस तरह से हिन्दुओं, ईसाईयों व अन्य अल्प संख्यकों को निशाना बनाया गया, उसकी निंदा करने में भी डोनाल्ड ट्रम्प पीछे नहीं रहे थे. उन्होंने अपने 'X' हैंडल पर स्पष्ट लिखा था कि '' मैं हिंदुओं, ईसाइयों और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ बर्बर हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं, जिन पर बांग्लादेश में भीड़ द्वारा हमला किया जा रहा है और लूटपाट की जा रही है, जो पूरी तरह से अराजकता की स्थिति में है.
मेरे कार्यकाल में ऐसा कभी नहीं होता। कमला और जो बिडेन ने दुनिया भर में और अमेरिका में हिंदुओं की अनदेखी की है. वे इज़राइल से लेकर यूक्रेन और हमारी अपनी दक्षिणी सीमा तक तबाही मचा चुके हैं, लेकिन हम अमेरिका को फिर से मजबूत बनाएंगे और ताकत के ज़रिए शांति वापस लाएंगे!
हम कट्टरपंथी वामपंथियों के धर्म-विरोधी एजेंडे के खिलाफ हिंदू अमेरिकियों की भी रक्षा करेंगे. हम आपकी आज़ादी के लिए लड़ेंगे. मेरे प्रशासन के तहत, हम भारत और मेरे अच्छे दोस्त, प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी महान साझेदारी को भी मजबूत करेंगे.
कमला हैरिस अधिक विनियमन और उच्च करों के साथ आपके छोटे व्यवसायों को नष्ट कर देंगी। इसके विपरीत, मैंने करों में कटौती की, विनियमन में कटौती की, अमेरिकी ऊर्जा को मुक्त किया और इतिहास की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का निर्माण किया. हम इसे फिर से करेंगे, पहले से कहीं ज़्यादा बड़ा और बेहतर - और हम अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे.
साथ ही, सभी को दिवाली की शुभकामनाएँ. मुझे उम्मीद है कि रोशनी का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत की ओर ले जाएगा!''