आतंकियों के खिलाफ भारत कार्रवाई करे लेकिन युद्ध से बचे, जेडी वेंस का जवाब
पहलगाम हमले पर यूएस ने कहा कि वो भारत के साथ है। वहीं उपराष्ट्रपति जे डी वेंस ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ भारत कार्रवाई करे। लेकिन क्षेत्रीय युद्ध ना भड़के।;
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिक्रियाएं तेज़ हो गई हैं। इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने गुरुवार को इस हमले को लेकर अपनी चिंता जाहिर की और आशा जताई कि भारत इस हमले का जवाब ऐसे तरीके से देगा जिससे क्षेत्रीय तनाव और व्यापक संघर्ष की नौबत न आए।
फॉक्स न्यूज को दिए गए एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में जे.डी. वेंस ने कहा,"हमारी आशा है कि भारत इस आतंकी हमले का जवाब इस तरह दे कि क्षेत्र में व्यापक संघर्ष न हो। और हम यह भी चाहते हैं कि पाकिस्तान, यदि वह किसी भी रूप में जिम्मेदार है, तो भारत के साथ मिलकर आतंकियों की तलाश में सहयोग करे, जो अकसर उनके क्षेत्र से काम करते हैं।"गौरतलब है कि हमले के समय वेंस अपने परिवार के साथ भारत दौरे पर थे।
मोदी से बात कर जताया था शोक
इस हमले के तुरंत बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर घटना की कड़ी निंदा की थी और शोक व्यक्त किया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी कि अमेरिका भारत के लोगों के साथ खड़ा है और आतंकवाद के खिलाफ इस संयुक्त लड़ाई में हर संभव सहायता देने को तैयार है।
वेंस ने एक्स पर लिखा,"उषा और मैं पहलगाम, भारत में हुए भयावह आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। बीते कुछ दिनों में हमने इस देश और इसके लोगों की सुंदरता को महसूस किया है। यह हमला बेहद दर्दनाक है, हमारी प्रार्थनाएं उनके साथ हैं।"
अमेरिकी नेतृत्व की एकजुटता
वेंस के अलावा अमेरिका के कई वरिष्ठ नेताओं ने इस आतंकी हमले की निंदा की है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित अन्य नेताओं ने इसे "आतंक" और "अक्षम्य" बताया। हालांकि इनमें से किसी ने भी पाकिस्तान का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया, लेकिन भारत के प्रति एकजुटता ज़रूर जताई।
बैसरन में हुआ था आतंकी हमला
घटना पिछले सप्ताह बैसरन घाटी में हुई, जिसे 'मिनी स्विट्ज़रलैंड' के नाम से जाना जाता है। यह क्षेत्र अपनी हरियाली और सुंदर पहाड़ियों के लिए प्रसिद्ध है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही आतंकियों ने गोलीबारी शुरू की, वहां मौजूद पर्यटक जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। लेकिन खुले मैदान में छिपने की कोई जगह नहीं थी।
भारत की कड़ी कार्रवाई
भारत सरकार ने इस आतंकी हमले को बेहद गंभीरता से लेते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कई ठोस कदम उठाए हैं। दशकों पुराने सिंधु जल संधि को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया गया है और सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के आदेश दिए गए हैं। सुरक्षा बलों ने आतंकियों की तलाश में व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
अनुच्छेद 370 के बाद सबसे बड़ा हमला
यह हमला अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। इससे न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए हैं, बल्कि भारत-पाक संबंधों में भी नई तल्खी आ सकती है।